National News: कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास का निधन हो गया। वह 79 वर्ष की थीं। गिरिजा व्यास का निधन एक दुखद हादसे के कारण हुआ, जब 31 मार्च को वह अपने उदयपुर स्थित घर में आरती करते समय आग से झुलस गईं। इसके बाद उन्हें उदयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अहमदाबाद रेफर किया गया था। गुरुवार को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
गिरिजा व्यास के निधन से राजस्थान कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ गिरिजा व्यास का निधन हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका शिक्षा, राजनीति और समाज सेवा के क्षेत्र में महान योगदान था। उनका असमय निधन हम सभी के लिए एक बड़ा आघात है।”
गिरिजा व्यास के भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि आरती करते समय उनकी चुन्नी ने नीचे रखे दीपक से आग पकड़ ली, जिससे वह बुरी तरह से झुलस गईं। इसके बाद परिवार के सदस्य उन्हें अस्पताल ले गए।
गिरिजा व्यास का राजनीतिक जीवन बहुत ही समृद्ध था। वह कांग्रेस पार्टी में कई वरिष्ठ पदों पर रही हैं और उन्होंने राज्य और केंद्र दोनों सरकारों में मंत्री के रूप में कार्य किया। 1991 में वह उदयपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंची थीं और नरसिम्हा राव सरकार में मंत्री भी रहीं। इसके अलावा, उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में भी अपनी जिम्मेदारियां निभाईं।
उनका असमय निधन कांग्रेस और पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।