Pahalgam Terror Attack Impact: देशभर में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क, घुसपैठियों पर कसा शिकंजा
Pahalgam Terror Attack Impact: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियों ने कमान संभाल ली है। केंद्र सरकार ने तत्काल प्रभाव से पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया है। इसी के साथ, गुजरात समेत विभिन्न राज्यों में घुसपैठियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गुजरात में अब तक करीब 1000 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लेकर डिपोर्ट करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
अहमदाबाद और सूरत में चला सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन
गुजरात पुलिस ने बीती रात अहमदाबाद और सूरत में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया। अहमदाबाद के चंडोला तालाब क्षेत्र से एक ही रात में 890 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया, जिसमें 436 पुरुष, 240 महिलाएं और 214 बच्चे शामिल हैं। वहीं सूरत में ऊन, सचिन, लिंबायत, लालगेट और सलाबतपुरा जैसे क्षेत्रों में अभियान चलाकर 132 घुसपैठियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें 88 पुरुष और 44 महिलाएं शामिल हैं।
फर्जी दस्तावेजों पर गुजरात में घुसपैठ, गंभीर खुलासे
गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पकड़े गए अधिकांश घुसपैठिए फर्जी दस्तावेजों के जरिए बंगाल से गुजरात आए थे। इनमें से कई लोग ड्रग्स तस्करी, मानव तस्करी और अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल से जुड़े पाए गए हैं। हर्ष संघवी ने स्पष्ट कहा कि जो घुसपैठिए खुद सरेंडर करेंगे, उनके खिलाफ प्रक्रिया के तहत कार्यवाही होगी, अन्यथा पुलिस कड़ी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है।
घुसपैठियों को पनाह देने वालों पर भी होगी सख्त कार्रवाई
गृह राज्यमंत्री ने चेतावनी दी कि घुसपैठियों को शरण देने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बंगाल से आए फर्जी दस्तावेजों की गहन जांच कर घुसपैठ की जड़ तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने अहमदाबाद और सूरत पुलिस को सफल अभियान के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह अब तक का सबसे बड़ा घुसपैठ विरोधी ऑपरेशन है।
सुरक्षा व्यवस्था होगी और मजबूत, राष्ट्रहित सर्वोपरि
गुजरात में चल रही इस कार्रवाई से साफ है कि सरकार देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगी। आतंकवाद, घुसपैठ और अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाकर भारत को सुरक्षित और मजबूत बनाना प्राथमिकता है। पहलगाम हमले के बाद देशभर में उठाए गए सख्त कदम भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाते हैं।