Pollution in Jharia: झरिया में वायु प्रदूषण के विरोध के साथ निकली भोले की बारात

Pollution in Jharia: झरिया में बढ़ते वायु प्रदूषण का प्रभाव जनमानस पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। इस समस्या को लेकर लोग अपने-अपने तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर झरिया में भोले बाबा की भव्य बारात निकाली गई, जिसमें प्रदूषण विरोधी संदेशों के साथ शिवभक्तों ने अपनी आवाज बुलंद की।
पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती भोले की बारात
भोले बाबा की यह विशेष बारात झरिया के फुलारीबाग बुढ़ाबाबा शिव मंदिर से प्रारंभ होकर 4 नंबर मोड़, सब्जी पट्टी, धर्मशालारोड होते हुए पुनः मंदिर परिसर में संपन्न हुई। इस अनोखी बारात में भोलेनाथ के गण हाथों में तख्तियां लिए चल रहे थे, जिन पर लिखे संदेश झरिया के वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को दर्शा रहे थे। इनमें प्रमुख नारे थे:
- “मेरी साँसे मेरा हक”
- “भोले का नंदी करे पुकार, प्रदूषण से झरिया हुआ बीमार”
- “अधूरी सांस में निकली बारात, प्रदूषण से भरी है छाती”
- “भोला के गण पर्यावरण संरक्षक, झरिया में रक्षक ही भक्षक”
शिवभक्तों ने उठाई झरिया को प्रदूषण मुक्त करने की मांग
बारात में शामिल श्रद्धालु केवल शिव भक्ति में लीन नहीं थे, बल्कि वे झरिया को प्रदूषण मुक्त करने की भी अपील कर रहे थे। उन्होंने भोलेनाथ से प्रार्थना की कि झरिया की कोयला खदानों को संचालित करने वाली कंपनी बीसीसीएल के अधिकारियों को सद्बुद्धि मिले ताकि वे वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के ठोस कदम उठाएं।
शिवभक्तों की सहभागिता
इस प्रदूषण विरोधी शिव बारात में कई स्थानीय लोग, सामाजिक कार्यकर्ता और युवा नेता शामिल हुए। इनमें प्रमुख रूप से डॉ. मनोज सिंह, अखलाक अहमद, रवि सिंह (अध्यक्ष, झरिया विधानसभा यूथ कांग्रेस), सोनू साव, अमित शर्मा, प्रताप पंडित, आयुष यादव, गणेश साव, दीपक केसरी, प्रिंस विश्वकर्मा, विशाल कुमार, आशीष कुमार, प्रिंस वर्मा, आदर्श शर्मा सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
शिव भक्ति के साथ पर्यावरण जागरूकता का संदेश
महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर झरिया की इस अनोखी बारात ने जहां श्रद्धालुओं को भक्ति के रंग में रंगा, वहीं पर्यावरण संरक्षण का भी सशक्त संदेश दिया। यह पहल झरिया के निवासियों के लिए एक प्रेरणा बनी, जिससे भविष्य में वायु प्रदूषण के खिलाफ और भी अधिक प्रभावी कदम उठाए जा सकें। शिवभक्तों की यह मांग कि झरिया को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाया जाए, आने वाले समय में प्रशासन को इस दिशा में ठोस नीति बनाने के लिए प्रेरित कर सकती है।
निष्कर्ष
झरिया में बढ़ते वायु प्रदूषण के खिलाफ इस तरह का अनूठा प्रदर्शन यह दर्शाता है कि स्थानीय लोग इस समस्या से कितने परेशान हैं। शिवभक्तों की इस पहल ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए झरिया के लोगों को जागरूक किया। आशा है कि इस पुकार को प्रशासन सुनेगा और झरिया को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में आवश्यक कदम उठाएगा।