Protest : इसीएल के बंद पड़े भूमिगत खदानों की जा रही भराई कार्य को तृणमूल नेता ने रोका, पीओबी के जगह दामोदर के बालू से भराई कराने की हो रही है मांग

आसनसोल : पश्चिम बंगाल आसनसोल जामुड़िया थाना अंतर्गत इसीएल के कानूस्तोड़ीया कोलियरी के बेलबाद इलाके मे इसीएल के बंद पड़े भूमिगत खदानों की भराई के लिये अहम् कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड व तोशानी प्राइवेट लिमिटेड संयुक्त रूप से मिलकर इसीएल के ओपेन कास्ट खदानों से निकले पत्थर प्रोसेसिंग ओवर वार्डन, ( POB ) को क्रेसर मशीन के द्वारा पिस्कर व उसे वास कर बालू का रूप दिया जा रहा है, जिसके बाद उसे इसीएल के बंद पड़े भूमिगत कोयले के खदानों मे भराई का कार्य किया जा रहा है, यह सोंचकर की आने वाले समय मे अगर इसीएल को बालू उपलब्ध ना हो तब इसीएल अपनी पिओबी का इस्तेमाल अपने बंद पड़े भूमिगत कोयले के खदानों को भरने के लिये कर सके,

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यूँ कहें तो इसीएल ने भविष्य मे होने वाली बालू की किल्ल्त के समय एक अल्टरनेट उपाए पहले से ही निकाल लिया है, जिस अल्टरनेट उपाए को इसीएल बाखूबी अजमा भी रही है और उस उपाए से इसीएल को काफी फायदा भी हो रहा है, इसीएल के विभिन्न बंद पड़े भूमिगत कोयले खदानों की भराई के लिये चलाई जा रही इसी अल्टरनेट उपाए के बिच इसीएल के सामने एक बडी समस्या सामने आ गई है, समस्या है जामुड़िया थाना अंतर्गत बेलबाद इलाके की जहाँ इसीएल के बंद पड़े भूमिगत खदानों की भराई के लिए जमा किए जा रहे पिओबी को इलाके के तृणमूल नेता उदीप सिंह ने अपने समर्थकों के साथ जाकर जमा करने से मना कर दिया और पिओबी लोडेड ट्रकों का घेराव कर दिया, जिसके बाद घटना की खबर सुन मौके पर जामुड़िया थाना पुलिस दल -बल के साथ पहुँच गई

डंपिंग स्थल पर अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन कर रहे तृणमूल नेता उदीप सिंह को समझाने लगी, इसी बिच उदीप सिंह का यह आरोप था की इसीएल कैमिकल युक्त डस्ट बेलबाद इलाके मे डंपिंग कर रही है, जिस डस्ट से इलाके के लोगों को काफी नुकसान हो रहा है, ऐसे मे वह इलाके मे इस तरह का डस्ट डंपिंग नही करने देंगे, अगर इसीएल को डंपिंग करना ही है तो वह इलाके मे बालू की डंपिंग करे और इलाके के बंद पड़े भूमिगत कोयले के खदानों को बालू से भराई करे, वहीं इसीएल के काजड़ा कोलियारी के जिएम एस के चौधरी का कहना है की उनका पिओबी उनके ओपेन कास्ट कोलियरी से निकला हुआ जो पत्थर है, उस पत्थर को वह क्रेसर मशीन मे पिस्वाकार उसके डस्ट का अच्छे से वाशिंग करवाकर वह पिओबो को बालू का रूप देने की कोसिस कर रहे हैं, जो आने वाले समय मे बालू की होने वाली किल्ल्त के समय एक अल्टरनेट उपाए का काम करेगा, जिसको वह अपने बंद पड़े कोयले की भूमिगत खदानों मे भरने का कार्य कर रहे हैं, यह पिओबी किसी तरह की हानिकारक नही है, उन्होंने कहा की पिओबी को लेकर जो लोग भी आरोप लगा रहे हैं,

वह आरोप उनका सरासर गलत आरोप है, उन्होंने कहा हमारा ओपेन कास्ट कोलियरी से निकला मलवा इधर -उधर डंप किया जाता है, उस समय कोई कुछ नही बोलता वह मलवा एक पहाड़ मे तब्दील हो जाता है, ऐसे मे आंधी और तूफान के दौरान वहाँ से भी डस्ट उड़कर लोगों तक पहुँचती है, उस समय भी किसी को कोई समस्या नही होती, अब-जब वह अपने उस मलवे का इस्तेमाल कर अपने बंद पड़े भूमिगत कोयले के खदानों की भराई कर रहे हैं तो उनको कैसे समस्या आ सकती है, वह तो लोगों की सुरक्षा के लिये ही काम कर रहे हैं, अगर वह बंद पड़े भूमिगत कोयले की खदानों की भराई नही करेंगे तो आने वाले समय मे भू धसान का खतरा बना रहेगा, जिससे निपटने के लिये इसीएल यह कदम उठाई है, वहीं पिओबी डंप करने वाले कंपनी के एक कर्मचारी अशीम मुख़र्जी का आरोप है की तृणमूल के एक नेता उदीप सिंह उनके ट्रक चालकों के साथ मारपीट कर रहे हैं उनको पिओबी डम करने नही दे रहे, उन्होंने यह भी आरोप लगाया की उदीप सिंह प्रति ट्रक पाँच हजार रुपए की मांग के साथ -साथ इसीएल के बंद कोयले खदानों की भराई के लिये बालू का इस्तेमाल करने की बात कर रहे हैं, यह कहकर की वह बालू इसीएल को वह डायरेक्टर सफलाई देंगे, जिसको लेकर उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बेलबाद इलाके मे डंपिंग स्थल पर पिओबी लदे ट्रकों को रोककर प्रदर्शन शुरू कर दिया था और पिओबी डम करने नही दे रहे थे, जिसके बाद घटना स्थल पर पहुँची जामुड़िया थाना की हस्तक्षेप से पिओबी डम हो सकी, वहीं जामुड़िया थाना ने तृणमूल नेता उदीप सिंह और इसीएल के अधिकारीयों को सोमवार को जामुड़िया थाने मे बुलाया है, यह कहकर की थाने मे दोनों पक्ष की बातों को सुना जाएगा और मामले का कुछ हल निकाला जाएगा