रिपोर्ट – शेख असलम, वार्ता संभव
Road Accident: धनबाद जिले के ताराटांड़ में भीषण सड़क दुर्घटना से मातम पसरा

Road Accident: ताराटांड़ थाना क्षेत्र के बड़कीताड़ मोड़ पर कुछ दिनों पहले हुई एक भयावह सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की दर्दनाक मौत ने पूरे इलाके को झकझोर दिया था। घटना के बाद स्थानीय मुखिया राशिद अंसारी के प्रतिनिधि इनामुल मौके पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने तत्काल राहत स्वरूप ₹30,000 सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया और सभी जरूरी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी कराए।

लेकिन अब तक पीड़ित परिवारों को कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल पाई है। बताया जा रहा है कि 6 अक्टूबर को श्रद्ध कार्यक्रम निर्धारित है, परंतु आर्थिक तंगी के कारण परिवार के सदस्य एक-एक रुपये के मोहताज हैं। सहायता राशि न मिलने से परिवार में गहरा आक्रोश और दुख है।
💥 कैसे हुई दर्दनाक घटना

26 सितंबर की देर रात, एक स्विफ्ट डिज़ायर कार शादी समारोह से लौटते वक्त ताराटांड़–गाझरी मोड़ के पास अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गई।
मृतकों की पहचान इस प्रकार है:
- कमल भूक्ता (35 वर्ष), निवासी रणाटांड़
- जगदीश भूक्ता (40 वर्ष)
- नंदकिशोर भूक्ता (38 वर्ष)
घटना में अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें तत्काल अस्पताल भेजा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वाहन की रफ्तार बहुत तेज थी और मोड़ पर नियंत्रण खो देने से यह भीषण हादसा हुआ।
👮♂️ जांच जारी, वाहन जब्त
घटना की सूचना मिलते ही ताराटांड़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। थाना प्रभारी ने बताया कि वाहन को जब्त कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।
🌑 गांव में पसरा मातम और आक्रोश
मृतकों के घरों में खप्रैल और पुवाल की झोपड़ियां हैं। तीनों परिवार अत्यंत गरीब हैं और अब पूरा गांव गमगीन माहौल में है। ग्रामीण लगातार पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधा रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि इस क्षेत्र में सड़क की खराब स्थिति और स्ट्रीट लाइट की कमी के कारण अक्सर हादसे होते रहते हैं। उन्होंने प्रशासन से स्पीड ब्रेकर और स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
🕯️ श्रद्ध कार्यक्रम की तैयारी में जुटा परिवार
6 अक्टूबर को तीनों मृतकों के श्रद्ध कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है, परंतु सहायता राशि न मिलने के कारण परिवार आर्थिक संकट में है। गांव के लोग आपसी सहयोग से अंतिम कार्यक्रम की तैयारी में जुटे हैं।
💐 “मदद का वादा अधूरा रह गया”
मुखिया प्रतिनिधि इनामुल द्वारा ₹30,000 की मदद का वादा किया गया था, लेकिन अब तक परिवारों को कोई सहायता नहीं मिली।
गांव के लोगों का कहना है कि प्रशासन को शीघ्र हस्तक्षेप कर गरीब परिवारों को आर्थिक मदद देनी चाहिए, ताकि वे इस कठिन समय से उबर सकें।
📍 धनबाद के बड़किटाड़ में हुई यह दुर्घटना एक बार फिर प्रशासनिक लापरवाही और सड़क सुरक्षा की खामियों को उजागर करती है।
गांव आज भी शोक में डूबा है और हर कोई यही कह रहा है — “काश सड़क पर रोशनी और सुरक्षा होती, तो ये तीनों आज हमारे बीच होते।”
