संविधान सम्मान सम्मेलन || कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संविधान के महत्व और उस पर हो रहे हमलों को लेकर बुधवार को संविधान सम्मान सम्मेलन में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जब आरएसएस और भाजपा संविधान पर हमला करते हैं, तो वे सिर्फ एक किताब पर हमला नहीं कर रहे होते, बल्कि यह भारत की आवाज पर हमला होता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारे सभी संस्थान संविधान से ही बने हैं, और इसके बिना चुनाव आयोग जैसे संस्थान भी अस्तित्व में नहीं होंगे।
राहुल गांधी ने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि जीवन का एक तरीका बताया। उन्होंने आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे विकास, प्रगति और अर्थव्यवस्था जैसे शब्दों के पीछे छिपकर संविधान पर हमला करते हैं।
उन्होंने कहा कि जब हम अंबेडकर, गांधी, साहू महाराज जैसे महापुरुषों का सम्मान करते हैं, तो यह केवल किसी एक व्यक्ति की बात नहीं होती, बल्कि उन करोड़ों लोगों की आवाज़ होती है, जिनके दर्द और संघर्ष को इन महान विभूतियों ने अपनी आवाज़ दी।
राहुल ने यह भी कहा कि संविधान की सोच हज़ारों साल पुरानी है, जिसमें समानता, धार्मिक स्वतंत्रता और सम्मान की भावना को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने जाति जनगणना का समर्थन करते हुए कहा कि इससे दलितों, ओबीसी और आदिवासियों के साथ हो रहे अन्याय का खुलासा होगा और यह देश के 90 प्रतिशत हाशिए पर खड़े लोगों के लिए न्याय का एक महत्वपूर्ण कदम होगा।