Sindri Bank Robbery Incident: सेल टासरा ओपेन कास्ट परियोजना की विस्थापित महिला हीरा देवी बनी शिकार, बेटे की शादी के लिए निकाले थे रुपये
Sindri Bank Robbery Incident: Sindri Bank Robbery Incident के तहत सोमवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां बैंक से पैसे निकालने के कुछ ही देर बाद एक महिला से दिनदहाड़े एक लाख रुपये लूट लिए गए। यह घटना झारखंड के सिंदरी में घटी, जहां सेल टासरा ओपेन कास्ट परियोजना की विस्थापित महिला हीरा देवी से बाइक सवार दो अपराधियों ने रकम से भरा थैला छीन लिया। यह लूट उस वक्त हुई जब वह बैंक से रुपये निकालकर अपने घर लौट रही थीं।
बैंक से निकासी के बाद किया गया पीछा, रास्ते में लूटा गया पैसा
घटना के अनुसार, हीरा देवी ने बैंक ऑफ इंडिया, सिंदरी शाखा से एक लाख रुपये की निकासी की थी और उसे अपने थैले में रखकर घर केडी 130 की ओर जा रही थीं। जैसे ही वह के डी कॉलोनी पहुंचीं, बाइक पर सवार दो युवकों ने उन्हें निशाना बनाया। बाइक को महिला के पास लाकर इतना करीब कर दिया गया कि वह संतुलन खोकर गिर गईं और इसी बीच लुटेरे रुपये से भरा थैला लेकर फरार हो गए।
चिल्लाने पर जुटे लोग, पुलिस ने शुरू की जांच
लूट के बाद हीरा देवी चिल्लाईं, जिससे आसपास के लोग मौके पर जुटे। तुरंत सिंदरी थाना को सूचना दी गई। एसआई सतीश कुमार महतो पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद बताया कि फुटेज में बाइक सवार दो लुटेरे स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बेटे की शादी के लिए निकाले थे रुपये
पीड़िता हीरा देवी ने बताया कि लुटेरे बैंक से ही उनका पीछा कर रहे थे और जैसे ही मौका मिला, उन्होंने रुपये लूट लिए। इस घटना से आहत हीरा देवी के बेटे प्रदीप सिंह ने बताया कि उसकी 20 अप्रैल को शादी है और मां ने उसी के लिए बैंक से रुपये निकाले थे। पिता जग्गु सिंह के न रहने की वजह से सारा बोझ मां पर ही है।
विस्थापित परिवारों के लिए बनाए गए क्वार्टर में रहती हैं हीरा देवी
हीरा देवी, सेल टासरा ओपेन कास्ट परियोजना की विस्थापित हैं। उन्हें एफसीआईएल की रोहड़ाबांध स्थित केडी कॉलोनी में आवास संख्या केडी-130 में रहने के लिए क्वार्टर आवंटित किया गया है। उनके साथ और भी 102 परिवार इस कॉलोनी में रह रहे हैं। यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत पीड़ा है, बल्कि इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल भी खड़े करती है।
Sindri Bank Robbery Incident: लापरवाही या सुनियोजित अपराध?
यह लूट एक बार फिर से बैंक से निकासी के बाद की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रही है। सवाल यह उठता है कि क्या बैंक परिसर और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त है? पुलिस के अनुसार लुटेरे बैंक से ही नजर रख रहे थे, जो यह दर्शाता है कि यह एक पूर्व नियोजित अपराध हो सकता है। अब देखना यह होगा कि पुलिस कितनी जल्दी इस घटना को सुलझा पाती है और पीड़िता को न्याय दिला पाती है।
4o