Sindri News: अमोनिया गैस रिसाव का अनदेशा, HURL की लापरवाही पर उठे सवाल

HURL की लापरवाही पर उठे सवाल

HURL की लापरवाही पर उठे सवाल

Sindri News: सिंदरी चेंबर अध्यक्ष दीपक कुमार दीपू ने जताई गहरी नाराज़गी, जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ बताया

Sindri News: सिंदरी शहर में फैली अमोनिया गैस की तेज़ महक ने न सिर्फ लोगों को डराया, बल्कि प्रशासन और HURL प्रबंधन की लापरवाही को भी उजागर कर दिया। सिंदरी चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष और भाजपा के वरीय नेता दीपक कुमार दीपू ने इस पूरे मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

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HURL की अनदेखी से सिंदरी जनता आक्रोशित

दीपक कुमार दीपू ने कहा कि HURL (Hindustan Urvarak & Rasayan Limited) लगातार सिंदरी की उपेक्षा करता आ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी का कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) फंड कभी भी सिंदरी शहर या यहां की जनता के लिए खर्च नहीं किया जाता। उनका कहना है कि HURL स्थानीय जनहित के किसी भी काम में सक्रिय भूमिका नहीं निभाता है।

सुबह-सुबह अमोनिया गैस ने मचाई सनसनी

दीपू ने बताया कि सुबह पूरे सिंदरी शहर में अमोनिया गैस की तीव्र गंध फैल गई थी। कई लोगों की आंखों में जलन महसूस हुई और शहर में दहशत का माहौल बन गया। इस गंभीर स्थिति की सूचना देने के लिए जब उन्होंने उपायुक्त (DC) महोदय को कॉल किया, तो कोई जवाब नहीं मिला।

HURL प्रबंधन की लापरवाही उजागर

दीपू ने बताया कि उन्होंने HURL के अधिकारी गौतम मांझी से बातचीत की। मांझी ने सफाई दी कि शटडाउन के कारण गैस वातावरण में फैली है। लेकिन दीपू ने सवाल उठाया कि अगर यह स्थिति पहले से ज्ञात थी, तो सिंदरी की जनता को अग्रिम सूचना क्यों नहीं दी गई? उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं की पूर्व जानकारी देना प्रबंधन की जिम्मेदारी होती है।

दोषियों पर हो तत्काल विभागीय कार्रवाई

दीपक कुमार दीपू ने यह भी मांग की कि HURL के उन पदाधिकारियों पर तत्काल विभागीय कार्रवाई हो, जिनकी लापरवाही से गैस रिसाव जैसी गंभीर घटना घटी। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं, बल्कि यह जनता के विश्वास को भी तोड़ती हैं।

प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग

दीपू ने बलियापुर के सीईओ प्रवीण कुमार से भी इस विषय पर चर्चा की, जिन्होंने आश्वासन दिया कि वे मैनेजमेंट से बात कर चुके हैं और मामले की जानकारी वरीय अधिकारियों तक पहुंचा दी गई है। इसके बावजूद दीपू ने जिला प्रशासन से मांग की कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त और तत्काल कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।