Sindri News: बी.आई.टी. सिंदरी के तत्वावधान में “निषिद्ध मादक पदार्थों के विरुद्ध जन-जागरूकता अभियान” के अंतर्गत चिटाही बस्ती में एक विशेष जनजागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्थानीय समुदाय, विशेष रूप से युवाओं को मादक द्रव्यों के सेवन से उत्पन्न होने वाले गंभीर स्वास्थ्य, सामाजिक एवं कानूनी दुष्परिणामों से अवगत कराना और उन्हें नशामुक्त जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी डॉ. निशिकांत किस्कु रहे, जबकि समन्वयक की भूमिका प्रो. प्रशान्त रंजन मालवीय ने निभाई।
बी.आई.टी. सिंदरी के विभिन्न विभागों से आए प्राध्यापकों – डॉ. जीतू कुजूर, डॉ. मनोज मिश्रा, डॉ. राजेंद्र मूर्मू, डॉ. पंकज कुमार, प्रो. संग्राम हेमब्रॉम, डॉ. राहुल कुमार एवं प्रो. बुधराम बोइपाई ने कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता की एवं स्थानीय निवासियों को अपने वक्तव्यों से संबोधित भी किया।
अपने प्रेरणादायक वक्तव्यों के माध्यम से वक्ताओं ने मादक पदार्थों की लत से जुड़ी शारीरिक, मानसिक और सामाजिक क्षति पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नशे से दूर रहकर एक सकारात्मक, रचनात्मक और स्वस्थ जीवन की दिशा में आगे बढ़ें। साथ ही, इस दिशा में यदि किसी भी प्रकार की सहायता या मार्गदर्शन की आवश्यकता हो, तो बी.आई.टी. सिंदरी की ओर से हरसंभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया गया।
चिटाही ग्रामवासियों की भागीदारी उल्लेखनीय रही। ग्राम के सम्मानित नागरिकों श्री गोरा चंद महतो, श्री अजय कुमार, श्री भरत राजक, श्री विनोद मलिक, श्री गज्जू मलिक, श्री रामप्रसाद महतो, श्री खगेन मलिक, श्री हीरा मलिक, श्री दिलीप राजक, श्री अजीत मलिक, श्री विशाल, श्रीमती पुटकी देवी, श्रीमती सोनका देवी आदि ने भी मंच से अपने विचार साझा किए। उन्होंने समाज को नशा मुक्त बनाने के संकल्प को दोहराते हुए बी.आई.टी. सिंदरी की इस सामाजिक पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
यह कार्यक्रम न केवल जागरूकता बढ़ाने का माध्यम बना, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को भी सशक्त रूप से अभिव्यक्त करने वाला एक सफल प्रयास सिद्ध हुआ।