Sindri News: मशीन लर्निंग और सस्टेनेबिलिटी तकनीकों पर NIT जमशेदपुर के प्रोफेसरों ने साझा की इनसाइट्स
Sindri News: “मशीन लर्निंग आधारित मॉडलिंग” से बदल रही मैन्युफैक्चरिंग की तस्वीर
Sindri News: BIT सिंदरी के Production & Industrial Engineering Department द्वारा आयोजित पांच दिवसीय नेशनल सेमिनार “Smart and Sustainable Manufacturing: Industry 4.0 and Beyond” के दूसरे दिन की शुरुआत दो इनफॉर्मेटिव एक्सपर्ट लेक्चर्स से हुई। पहले सत्र में डॉ. कुंतल माजी, असिस्टेंट प्रोफेसर, NIT जमशेदपुर ने “Machine Learning Based Modeling for Analysis of Incremental Sheet Forming Process” विषय पर विस्तार से बताया कि कैसे ML टेक्नोलॉजी से मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेसेज़ को ज़्यादा एफिशिएंट और प्रिसाइज़ बनाया जा सकता है।
सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग के लिए सॉफ्ट-कंप्यूटिंग का बढ़ता प्रभाव
दूसरे सत्र की स्पीकर रहीं डॉ. सुष्मिता दत्ता, असिस्टेंट प्रोफेसर, NIT जमशेदपुर। उन्होंने “Soft Computing Based Techniques for Sustainable Manufacturing” पर बोलते हुए बताया कि कैसे इंडस्ट्रीज में पर्यावरण संतुलन बनाए रखते हुए sustainable growth achieve की जा सकती है। उन्होंने सॉफ्ट-कंप्यूटिंग एप्लिकेशन जैसे न्यूरल नेटवर्क्स और फज़ी लॉजिक के रोल को प्रैक्टिकल एग्ज़ाम्पल्स के साथ एक्सप्लेन किया।
दोपहर सत्र में शोध पत्रों की प्रस्तुति, वरिष्ठ प्रोफेसरों ने की अध्यक्षता
Post-lunch सेशन में अलग-अलग स्कॉलर्स द्वारा रिसर्च पेपर्स प्रेज़ेंट किए गए, जिसमें Industry 4.0, IoT, सस्टेनेबल डिज़ाइन और डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग जैसे विषय शामिल थे। इस सेशन की अध्यक्षता प्रो. राकेश, प्रो. मुकेश चंद्रा, प्रो. मनोवर हुसैन एवं अन्य वरिष्ठ शिक्षकों ने की, जिन्होंने पेपर प्रजेंटेशन पर गाइडेंस और फीडबैक भी दिया।
समापन पर अतिथि वक्ताओं का सम्मान
दिन के समापन अवसर पर सेमिनार कोऑर्डिनेटर डॉ. सुमंत मुखर्जी ने दोनों अतिथि वक्ताओं को सम्मानित करते हुए उनके इनपुट को मूल्यवान बताया। उन्होंने कहा कि इस संगोष्ठी का उद्देश्य विद्यार्थियों और रिसर्च स्कॉलर्स को इंडस्ट्री 4.0 और भविष्य की तकनीकों से जोड़ना है।
निष्कर्ष
BIT सिंदरी की यह राष्ट्रीय संगोष्ठी न केवल नवीनतम टेक्नोलॉजीज की जानकारी देने का मंच बनी, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे भारत की तकनीकी शिक्षा संस्थाएं स्मार्ट और सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग के भविष्य को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।