Sindri News: डोमगढ़ बचाओ मोर्चा ने एक बार फिर डोमगढ़ के अस्तित्व की रक्षा के लिए अपनी आवाज बुलंद की। मंगलवार को मोर्चा के प्रतिनिधियों ने धनबाद सांसद ढुलू महतो के साथ उपायुक्त माधवी मिश्रा से मुलाकात कर डोमगढ़ की वास्तविक स्थिति की जानकारी दी। बैठक के दौरान सांसद ढुलू महतो ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसी भी परिस्थिति में डोमगढ़ के लोग उजाड़े नहीं जाएंगे और यह क्षेत्र खाली नहीं होगा।
एफसीआई पर लगाया गलत रिपोर्ट भेजने का आरोप
डोमगढ़ बचाओ मोर्चा के अध्यक्ष धीरज सिंह ने बताया कि डोमगढ़ क्षेत्र में आवासों को छोड़कर कई सौ एकड़ भूमि खाली पड़ी है। इसके बावजूद, एफसीआई प्रबंधन ने सेल से एमओयू कर केटीएमपीएल परियोजना के लिए यहां के लोगों से उनका आशियाना छीनने की योजना बनाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि एमओयू के दौरान एफसीआई ने केंद्र सरकार को गलत रिपोर्ट भेजकर दावा किया कि डोमगढ़ के आवासों में अब कोई नहीं रहता और ये जर्जर हो चुके हैं। इसी आधार पर 307 एकड़ जमीन बिना किसी पुनर्वास नीति (आरएनआर पॉलिसी) के सेल को सौंप दी गई, जो स्थानीय निवासियों के साथ अन्याय है।
उपायुक्त को जमीनी हकीकत देखने का आग्रह
डोमगढ़ बचाओ मोर्चा के सचिव विदेशी सिंह ने उपायुक्त माधवी मिश्रा से आग्रह किया कि वे स्वयं डोमगढ़ आकर स्थिति का जायजा लें। उन्होंने सुझाव दिया कि डोमगढ़ की खाली पड़ी जमीन पर ओबी डंप कराया जाए, जिससे स्थानीय लोगों को अपने घरों से बेदखल होने की नौबत न आए।
सांसद का आश्वासन – डोमगढ़ नहीं होगा खाली
सांसद ढुलू महतो ने मोर्चा के सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जब तक वह हैं, डोमगढ़ और आसपास की बस्तियों व दुकानों को कोई खाली नहीं करवा सकता। जो लोग यहां 70 वर्षों से बसे हुए हैं, उन्हें वहां रहने का पूरा अधिकार है और उनके हक की रक्षा की जाएगी।
इस मौके पर विदेशी सिंह, अजीत कश्यप, सज्जू, शशि शेखर पांडे, अनिल सिंह, रामाशीष चौबे, कृष्णा होरो, मुजाहिद आलम, गंगा देवी, सपना देवी, सुडु आलम, राजू मालाकार, प्रयाग सिंह सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित थे।