Sindri News: धनबाद में प्रो. डी.के. सेन का 75वां जन्मदिन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस खास मौके पर कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके उल्लेखनीय योगदान को सम्मानित किया।
बांग्ला साहित्य और संस्कृति में प्रो. डी.के. सेन का योगदान
प्रो. डी.के. सेन, प्रसिद्ध बांग्ला त्रैमासिक पत्रिका ‘शिल्पे अनन्या’ के संपादक हैं। उनके संपादन और लेखन कार्यों ने बांग्ला साहित्य और संस्कृति को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके प्रयासों से न केवल साहित्य जगत को एक नई दिशा मिली, बल्कि बांग्ला भाषा प्रेमियों को भी उत्कृष्ट साहित्य पढ़ने का अवसर मिला।
गणमान्य व्यक्तियों ने दीं शुभकामनाएं
इस विशेष अवसर पर अजीत राय स्मारक समिति के महासचिव विकास कुमार ठाकुर, जनवादी महिला समिति की नेत्री रानी मिश्रा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मुख्य प्रशिक्षक शर्मिष्ठा सेनगुप्ता, बीमा कर्मचारी संघ के रजनी कांत मिश्रा और विश्वजीत गुप्ता सहित कई विशिष्ट हस्तियों ने प्रो. डी.के. सेन को बधाई दी और उनके योगदान को सराहा।
साहित्य और समाज के प्रति समर्पण को किया गया सम्मानित
यह आयोजन न केवल प्रो. डी.के. सेन के जन्मदिन का उत्सव था, बल्कि उनके महान कार्यों को याद करने और सम्मान देने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर बना। उनके द्वारा किए गए योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक हैं और उनके कार्य साहित्य व संस्कृति के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होते रहेंगे।