Sindri News: दिनांक 18 जनवरी 2025 को श्रम विभाग की ओर से सिंदरी भुजा मोड़ पर एक जागरूकता अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों को उनके अधिकारों, सुरक्षा उपायों और सरकारी योजनाओं की जानकारी देना था।
नुक्कड़ नाटक का उद्देश्य
कार्यक्रम का उद्देश्य श्रमिक वर्ग को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करना था। इसमें श्रम विभाग की ओर से यह प्रयास किया गया कि श्रमिक अपनी सुरक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सरकारी लाभों का सही तरीके से उपयोग कर सकें। नुक्कड़ नाटक के जरिए समाज में श्रमिक वर्ग से जुड़े मुद्दों को सरल और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया।
सहयोगी श्रमिक मित्रों की भागीदारी
इस कार्यक्रम में बलियापुर के श्रमिक मित्र अशोक रविदास और शेखर कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे। दोनों ने अपनी उपस्थिति के माध्यम से श्रमिकों को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्रमिक मित्रों ने श्रम विभाग की योजनाओं और सेवाओं की जानकारी साझा की और उपस्थित लोगों के सवालों के उत्तर दिए।
कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएं
- नुक्कड़ नाटक की
नाटक के माध्यम से श्रमिकों के अधिकार, न्यूनतम मजदूरी, सुरक्षा उपाय, और ईपीएफ/ईएसआई जैसी योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके अलावा, बाल श्रम और काम के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव जैसे मुद्दों पर भी प्रकाश डाला गया। - सवाल-जवाब सत्र
नाटक के बाद एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया, जहां श्रमिकों ने श्रमिक मित्रों और श्रम विभाग के प्रतिनिधियों से सवाल पूछे। इस सत्र में श्रमिकों ने अपने अधिकारों, सरकारी योजनाओं, और नौकरी के दौरान मिलने वाले लाभों के बारे में जानकारी प्राप्त की। - जनसहभागिता:
इस आयोजन में स्थानीय समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। उनकी भागीदारी ने कार्यक्रम को और भी सफल और प्रभावशाली बनाया।
समाज पर प्रभाव
इस तरह के कार्यक्रम न केवल श्रमिक वर्ग को जागरूक करते हैं, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सतर्क भी बनाते हैं। यह पहल श्रम विभाग की ओर से श्रमिकों के उत्थान और उनके जीवनस्तर को बेहतर बनाने के लिए एक सराहनीय कदम है।
निष्कर्ष
सिंदरी भुजा मोड़ पर आयोजित यह नुक्कड़ नाटक श्रम विभाग का एक सराहनीय प्रयास था, जिसने श्रमिकों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने का काम किया। श्रमिक मित्रों अशोक रविदास और शेखर कुमार की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी प्रभावशाली बना दिया। इस तरह के कार्यक्रम भविष्य में भी श्रमिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होंगे।