Sindri News: स्थान: बीआईटी सिंदरी, आयोजन: 36 घंटे का राष्ट्रीय हैकथॉन, तिथि: दूसरा दिन
Sindri News: बीआईटी सिंदरी में आयोजित 36 घंटे लंबे ‘इनोवाथॉन’25’ के दूसरे दिन प्रतिभागियों के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। प्रोडक्शन और इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (IIC 7.0) के सहयोग से आयोजित इस हैकथॉन में 20 टीमों ने भाग लिया। उन्होंने वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए रचनात्मक और तकनीकी समाधान प्रस्तुत किए।
प्रतिभागियों को विशेषज्ञ मेंटर्स से मिला मार्गदर्शन
प्रतिभागियों का मार्गदर्शन प्रो. प्रकाश कुमार, डॉ. एस.सी. दत्ता, डॉ. राहुल कुमार, डॉ. सुमंता मुखर्जी, डॉ. मुकेश चंद्र, श्री अकरम खान, डॉ. ओम प्रकाश, डॉ. सूर्य नारायण पांडा, डॉ. काशिफ हसन हज़मी, डॉ. मनोवर हुसैन, श्री विजय कुमार बेसरा, श्री अरविंद कुमार, श्री संजय पाल, और श्री गुंजन गांधी जैसे प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने किया। उनके अनुभवों ने प्रतिभागियों को तकनीकी नवाचार की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित किया।
प्रमुख प्रोजेक्ट्स और उनकी खासियतें
- टीम नन्ही (दुमका इंजीनियरिंग कॉलेज):
बच्चों की स्वास्थ्य निगरानी के लिए एक सुरक्षित और सेंसर-इंटीग्रेटेड बेबी बेड का निर्माण। - ग्रेड माइंड्स (हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी):
कोयला खनन कार्यों को अनुकूलित करने के लिए एक मशीन लर्निंग-आधारित प्रणाली का विकास। - मॉर्फएक्स (बीआईटी सिंदरी):
पाइपलाइनों और संकरे स्थानों में सुरंगों को नेविगेट करने के लिए “स्नेक बोट” डिज़ाइन। - विज़नरी गार्जियन्स (बीआईटी सिंदरी):
एक उन्नत रोड सेफ्टी सिस्टम का निर्माण जिसमें अनुकूल हाई-बीम नियंत्रण और स्मार्ट ब्रेकिंग तंत्र शामिल है।
कार्यक्रम का महत्व और समापन
यह आयोजन नवाचारी सोच और तकनीकी कौशल को प्रदर्शित करने का एक उत्कृष्ट मंच बना। प्रतिभागियों के प्रयासों ने तकनीकी प्रगति और सामाजिक सुधार की दिशा में एक नई प्रेरणा दी।
समापन समारोह में विजेताओं की घोषणा की जाएगी, जो उनकी कड़ी मेहनत और नवाचार को मान्यता देगा।
संदेश: ‘इनोवाथॉन’25’ ने साबित किया कि तकनीकी नवाचार के जरिए असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।