Tibet-Nepal Earthquake || मंगलवार सुबह तिब्बत के उत्तरी हिमालय क्षेत्र में एक शक्तिशाली भूकंप ने तबाही मचाई। इस भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई, जिसने न केवल तिब्बत बल्कि नेपाल, भूटान और भारत जैसे पड़ोसी देशों में भी इमारतों को हिला दिया। यह आपदा न केवल मानव जीवन पर भारी पड़ी, बल्कि इमारतों और अन्य संरचनाओं को भी गंभीर नुकसान पहुंचा।
मुख्य घटना
भूकंप सुबह 9:05 बजे (स्थानीय समयानुसार) आया, जिसका केंद्र तिंगरी नामक ग्रामीण क्षेत्र में स्थित था। तिंगरी, जो कि एवरेस्ट क्षेत्र का उत्तरी द्वार माना जाता है, इस भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित हुआ। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर था।
नुकसान और प्रभाव
मृत्यु और घायल: इस भूकंप में अब तक 93 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 130 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
भौतिक क्षति: तिंगरी और आसपास के क्षेत्रों में कई इमारतें ढह गईं, जिससे स्थानीय लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ा।
क्षेत्रीय प्रभाव: भूकंप के झटके भारत, नेपाल और भूटान जैसे पड़ोसी देशों में भी महसूस किए गए, जिससे इन क्षेत्रों में भी हलचल और भय का माहौल बन गया।
आपदा राहत कार्य
सरकार और आपदा प्रबंधन दल तुरंत हरकत में आए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी हैं, और घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और अफवाहों से बचने की अपील की है।