Topchanchi News: फार्मा काउंसिल में बाहरी प्रभाव के खिलाफ आजसू नेता ने उठाई आवाज
Topchanchi News: रजिस्ट्रार चयन प्रक्रिया में स्थानीयों की अनदेखी पर जताई नाराज़गी
Topchanchi News: झारखंड प्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा फार्मा काउंसिल के रजिस्ट्रार पद की चयन प्रक्रिया एक बार फिर विवादों में घिर गई है। आजसू पार्टी के जिला संगठन सचिव सदानंद महतो ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अगर इस पद पर झारखंड के मूलवासी और आदिवासियों को अवसर नहीं दिया गया, तो पार्टी को जन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
24 वर्षों से जारी बाहरी वर्चस्व पर जताया रोष
सदानंद महतो ने कहा कि झारखंड राज्य को बने 24 साल हो चुके हैं, लेकिन फार्मा काउंसिल सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे अन्य राज्यों से आए अधिकारियों का कब्जा बना हुआ है। चाहे रजिस्ट्रार हो या कमेटी सदस्य, अधिकतर नियुक्तियाँ बाहरी लोगों की ही रही हैं। यह झारखंड के मूलवासियों के साथ घोर अन्याय है।
स्थानीय युवाओं के साथ हो रहा भेदभाव: महतो
महतो का कहना है कि जब राज्य में आदिवासी-मूलवासी सरकार सत्ता में है, तब भी इस प्रकार का भेदभाव समझ से परे है। चयन प्रक्रिया में राज्य के युवाओं को प्राथमिकता मिलनी चाहिए थी, लेकिन विभागीय सचिव और कुछ मंत्रियों की मिलीभगत से बाहरी लॉबी को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है।
आजसू पार्टी का अल्टीमेटम: नहीं सुधरा सिस्टम तो सड़कों पर उतरेंगे
सदानंद महतो ने चेतावनी दी कि अगर झारखंड के मूल निवासियों को फार्मा काउंसिल की चयन प्रक्रिया में मौका नहीं दिया गया, तो आजसू पार्टी चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होगी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पद की बात नहीं है, बल्कि राज्य के हक और सम्मान की लड़ाई है, जिसे अब और नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
निष्कर्ष
झारखंड के फार्मा काउंसिल में वर्षों से जारी बाहरी प्रभाव पर आजसू पार्टी ने मुखर विरोध जताया है। सदानंद महतो द्वारा दिया गया यह अल्टीमेटम राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ा संदेश है कि अब झारखंड के हक के लिए सड़कों पर उतरने का समय आ गया है।
4o