World Creativity and Innovation Day 2025: छात्रों और नवप्रवर्तकों ने साझा किए प्रेरक अनुभव
World Creativity and Innovation Day 2025: गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज (GEC), पलामू ने 21 अप्रैल 2025 को विश्व रचनात्मकता और नवाचार दिवस (World Creativity and Innovation Day) बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया। सेमिनार हॉल-1 में आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और नवप्रवर्तकों की सक्रिय भागीदारी रही, जहां शिक्षा और समाज में नवाचार की शक्ति को रेखांकित किया गया।
IIC GEC Palamu के तत्वावधान में हुआ आयोजन, डॉ. मुरली मनोहर ने किया संयोजन
इस प्रेरणास्पद कार्यक्रम का आयोजन इंस्टिट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (IIC), GEC Palamu के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम का संयोजन IIC के अध्यक्ष और विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. मुरली मनोहर ने किया। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में रचनात्मकता को जीवन की आवश्यक शक्ति बताते हुए छात्रों को वास्तविक समस्याओं के समाधान के लिए नवाचार अपनाने की प्रेरणा दी।
प्राचार्य डॉ. संजय कुमार सिंह ने दी GATE छात्रों के लिए ट्यूशन माफी की घोषणा
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय कुमार सिंह ने नवाचार को एक सतत प्रक्रिया बताते हुए छात्रों को Problem-Solving और Inquiry-based Learning अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए बताया कि संस्थान अब GATE उत्तीर्ण छात्रों की ट्यूशन फीस माफ करेगा, जिससे छात्रों को उच्च शिक्षा की ओर और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा।
स्टार्टअप टीम से संवाद बना कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा संस्थान की स्टार्टअप टीम के साथ आयोजित संवाद सत्र, जिसमें युवा नवप्रवर्तकों ने अपने स्टार्टअप अनुभव साझा किए। उनकी कहानियों ने यह सिद्ध किया कि कैसे रचनात्मक सोच को व्यवहारिक समाधान में बदला जा सकता है।
कार्यक्रम के सफल संचालन में रहा संकाय और छात्रों का महत्वपूर्ण योगदान
इस कार्यक्रम के सफल समन्वयन की भूमिका निभाई डॉ. राजेश नारायण देव ने, वहीं डॉ. दीपेश कुमार, श्री भवेश कुमार और अन्य संकाय सदस्यों ने भी सक्रिय सहयोग प्रदान किया। छात्र समन्वयक हिमांशु कुशवाहा, जो IIC GEC Palamu के नवाचार समन्वयक भी हैं, को उनके समर्पित प्रयासों के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
निष्कर्ष
नवाचार को समर्पित यह दिवस बना छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत
GEC पलामू में आयोजित यह आयोजन न केवल रचनात्मकता और नवाचार का उत्सव था, बल्कि यह एक ऐसा मंच भी बना जहां छात्रों को नए विचारों को समझने, साझा करने और उन्हें कार्यान्वयन में लाने का अवसर मिला। यह कार्यक्रम संस्थान में नवाचार-संस्कृति को मजबूती देने की दिशा में एक प्रेरक पहल साबित हुआ।