रेलवे की इतिहास में कतरासगढ़ रेल बंदी के खिलाफ चलाया गया सबसे लंबा आंदोलन:राजेंद्र प्रसाद राजा

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रेलबंदी की याद में हर साल मनाया जाता है काला दिवस, 15 जून को विरोध दिवस

KATRAS | दिनांक 14-06-2017 रात्रि 12 बजे के तक डीसी लाइन चालू रहता है और रात्रि 12 बजे के बाद दिनांक 15-06-2017 से 123 वर्षों से सुरक्षित चालू डीसी रेलवे लाइन को बंद करने का घोषणा की गई। धनबाद कोयलांचल के इतिहास में पहली काली रात, 26जोड़ी यात्री ट्रेनें‌ व सैकड़ों मालगाड़ीयों आवागमन बंद। जनता का लाईफ लाईन कहीं जाने वाली डीसी रेल लाइन पर गाड़ियों का आना-जाना बंद हो गया। भूमिगत आग को बहाना बनाकर,दी गई डीसी लाइन और जनता ट्रेनें। रेल बंदी के विरोध में दिनांक 15 जून 2017 से 24 फरवरी 2019 तक रेलवे की इतिहास में सबसे लंबा आंदोलन चलाया। जनहित के विपरीत रेल बंदी की गई थी, जनता ने विरोध किया। लगातार संघर्ष का परिणाम सामने आई, काली रात समाप्त और पुन: नया सबेरा के साथ डीसी रेलवे लाइन चालू हुई। 34 किमी लाईन पर 14 हाॅल्ट- स्टेशनों को जोड़ते हुए ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया।उस दिन की काली रात आज‌ भी लोगों के जेहन में है। प्रतिवाद स्वरूप और काली रात को याद रखने के लिए पूर्व वर्षों की भांति डीसी रेल लाइन के कतरास स्टेशन पर दिनांक 15-6-2023को रेल आंदोलनकारियों के द्वारा काला दिवस मनाने का निर्णय लिय। दिनांक 15-जून-2023 को दिन 10:30 बजे से कतरासगढ़ रेलवे स्टेशन के समक्ष नियमों के तहत् काला दिवस मनाया जायेगा। ताकि जनता इस घटना को याद रखें और जनहित में बराबर संघर्ष के लिए तैयार रहें। अतःअपील है कि दिनांक 15-06-2023 दिन 10.30 बजे कतरासगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचकर विरोध दिवस में शामिल होने की कृपा करें।

‌निवेदक
‌‌राजेन्द्र प्रसाद राजा
परवेज़ इकवाल ‌रेल आंदोलनकारी
कतरासगढ़ रेलवे

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