US Debt Crisis || अमेरिकी कर्ज संकट: हर नागरिक पर 1 लाख डॉलर से अधिक का कर्ज

US Debt Crisis

US Debt Crisis

US Debt Crisis : अमेरिका इस समय वित्तीय संकट के गंभीर दौर से गुजर रहा है। हर अमेरिकी नागरिक पर 1 लाख डॉलर से अधिक का कर्ज है, जो देश की आर्थिक स्थिरता के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। सरकारी दक्षता विभाग (डीओजीई) के आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023 में अमेरिकी सरकार ने 4.47 खरब डॉलर का राजस्व अर्जित किया, जबकि खर्च 6.16 खरब डॉलर तक पहुंच गया। इस असंतुलन के चलते 2.31 खरब डॉलर का बजट घाटा दर्ज किया गया।

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कर्ज में तेज़ी से वृद्धि

डीओजीई ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए गए आंकड़ों में खुलासा किया कि सिर्फ चार महीनों में अमेरिका पर कर्ज 1 खरब डॉलर बढ़ गया है। इस बढ़ोतरी के बाद कुल कर्ज का आंकड़ा 36 खरब डॉलर से भी अधिक हो गया है। यह स्थिति वित्तीय अस्थिरता की चिंताओं को और गहरा कर रही है।

एलन मस्क की चेतावनी

टेस्ला के सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने बढ़ते कर्ज संकट पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए चेतावनी दी कि अमेरिका दिवालियापन की कगार पर है। उनके अनुसार, यह बढ़ता कर्ज देश की राजकोषीय नीतियों की कमजोरी को उजागर करता है। मस्क का यह बयान ऐसे समय आया है जब देशभर में इस मुद्दे पर बहस तेज हो गई है।

बजट अधिशेष की कमी

सरकारी दक्षता विभाग ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका ने 2001 के बाद से बजट अधिशेष नहीं देखा है। विभाग ने तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि अगर जल्द कदम नहीं उठाए गए, तो हालात और गंभीर हो सकते हैं।

ट्रंप की वित्तीय सुधार योजना

नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बढ़ते कर्ज संकट को रोकने के लिए सरकारी खर्च में 500 अरब डॉलर की कटौती का प्रस्ताव रखा है। यह जिम्मेदारी डीओजीई को सौंपी गई है, जिसकी अगुवाई उद्यमी विवेक रामास्वामी और एलन मस्क कर रहे हैं। यह विभाग स्वास्थ्य सेवाओं, बच्चों के अनुदान और नासा जैसे क्षेत्रों में खर्चों को नियंत्रित करने के उपायों पर काम करेगा।

अमेरिका के बढ़ते कर्ज का बोझ न केवल आर्थिक अस्थिरता पैदा कर रहा है, बल्कि हर नागरिक पर गंभीर वित्तीय दबाव डाल रहा है। ट्रंप प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदम और एलन मस्क की चेतावनियां इस बात को रेखांकित करती हैं कि देश को आर्थिक सुधार के लिए तुरंत और सख्त फैसले लेने की जरूरत है। अगर इस संकट को समय रहते नहीं संभाला गया, तो इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।