Jharkhand State Topper : ज्योत्सना ज्योति ने 99.20 अंक लाकर मैट्रिक की परीक्षा में रचा इतिहास

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हजारीबाग : चतरा (Chatra) जिले के गिद्धौर प्रखंड (Gidhaur Block) के पांडेयबागी गांव निवासी शिक्षक राजेंद्र कुमार दास (Rajendra Kumar Das) की पुत्री ज्योत्सना ज्योति (Jyotsna Jyoti) मैट्रिक (Matric) की परीक्षा (Exam) में झारखंड टॉपर (State Topper) बनी है. उसे 99.20 प्रतिशत अंक मिले हैं.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (Jharkhand Academic Council) के द्वारा आयोजित मैट्रिक की परीक्षा में ज्योत्सना ज्योति 500 में से 496 अंक लाकर पूरे प्रदेश की टॉपर (State Topper) बनी है. उसकी इस सफलता से गांव के लोग फूले नहीं समा रहे हैं. बधाइयां देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है. ज्योत्सना के पिता प्लस टू उच्च विद्यालय (+2 High School) के शिक्षक व मां किरण देवी गृहणी हैं.
ज्योत्सना ज्योति इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय (Indra Gandhi Balika Vidyalaya) की छात्रा है और चतरा के गिद्धौर प्रखंड (Gidhaur Block) के एक छोटे से गांव पांडेबागी की अनुसूचित जाति (SC) समाज से आती है. ज्योत्सना ने अपनी मेहनत के दम पर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. जैक रांची के द्वारा मैट्रिक परीक्षा का परिणाम में इस बार दसवीं बोर्ड परीक्षा में 54.20% छात्रों ने फर्स्ट डिवीजन, 40.63% छात्रों ने द्वितीय श्रेणी और 5.7% छात्रों ने तृतीय श्रेणी में मैट्रिक की परीक्षा पास की है.
स्टेट टॉपर (State Topper) बनने पर ज्योति ने कहा कि उसका पढ़-लिखकर डॉक्टर (Doctor) बनने का सपना है. निरंतर परिश्रम से उसे सफलता मिली है. इस सफलता के पीछे उसके माता-पिता और विद्यालय परिवार का अहम योगदान है. इधर, बेटी की सफलता के बाद माता-पिता के खुशी का ठिकाना नहीं है. इनका कहना है कि बेटी ने टॉप कर न सिर्फ माता-पिता का मान बढ़ाया है बल्कि प्रखंड व जिले के साथ-साथ अपने विद्यालय और प्रदेश का भी सम्मान बढ़ाया है. माता-पिता बेटी को आईएएस (IAS) अधिकारी बनते देखना चाहते हैं.
झारखंड स्टेट टॉपर (Jharkhand State Topper) ज्योत्सना ज्योति के पिता ने बताया कि छोटे से गांव की बेटी ने अथक परिश्रम (Hard Work) से यह मुकाम हासिल किया है. उन्होंने उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है. ज्योत्सना के पिता ने बताया कि उसके परिवार में कई अधिकारी और विभिन्न क्षेत्रों में अपने प्रतिभा का परचम लहराने वाले लोग पहले से हैं. अब बेटी का नाम भी इस कड़ी में जुड़ गया है.
ज्योत्सना ज्योति के पिता ने कहा कि कोई क्षेत्र पिछड़ा नहीं होता बस लोगों में लगन और मेहनत करने का जज्बा होना चाहिए. जमशेदपुर भी कभी पथरीला इलाका हुआ करता था, लेकिन आज रतन टाटा (Ratan Tata) के परिश्रम से अब यह झारखंड की सबसे समृद्ध औद्योगिक नगरी बन चुकी है. इसी से हम सभी को प्रेरणा लेकर मेहनत करते हुए आगे बढ़ाने की आवश्यकता है.