Alok Joshi Appointed as NSAB Chairman: पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी को मिली बड़ी जिम्मेदारी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का कार्यभार संभाला

पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी को मिली बड़ी जिम्मेदारी

पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी को मिली बड़ी जिम्मेदारी

Alok Joshi Appointed as NSAB Chairman: सेना, पुलिस और विदेश सेवा के विशेषज्ञों से सजा नया बोर्ड, राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति को मिलेगा नया दृष्टिकोण

Alok Joshi Appointed as NSAB Chairman: भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे में बड़ा फेरबदल करते हुए पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत-पाकिस्तान के बीच पहलगाम हमले के बाद तनाव चरम पर है और देश को एक मजबूत रणनीतिक दृष्टिकोण की आवश्यकता है।

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सात सदस्यीय बोर्ड में अनुभवी अधिकारी शामिल

नए NSAB में कुल सात सदस्य होंगे, जिनमें रक्षा, पुलिस और विदेश नीति से सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। इनमें पूर्व एयर मार्शल पीएम सिन्हा, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) एके सिंह, रियर एडमिरल मॉन्टी खन्ना, आईपीएस राजीव रंजन वर्मा, पूर्व राजनयिक बी. वेंकटेश वर्मा, और नीति विशेषज्ञ मनमोहन सिंह जैसे अनुभवी नाम शामिल हैं। इस टीम का गठन विशेषज्ञता और दीर्घकालिक रणनीति के आधार पर किया गया है।

क्या है NSAB की भूमिका

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) सरकार के बाहर के विशेषज्ञों की एक टीम होती है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को रणनीतिक सलाह, नीतिगत विकल्प, और सुरक्षा संबंधी जटिल मुद्दों पर मार्गदर्शन देती है। इसका मकसद सरकार को गहन, निष्पक्ष और दीर्घकालिक विश्लेषण मुहैया कराना है ताकि निर्णय प्रक्रिया सशक्त और दूरदर्शी हो।

प्रधानमंत्री मोदी ने की सुरक्षा से जुड़ी उच्चस्तरीय बैठकें

इस नियुक्ति के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को चार अहम सुरक्षा बैठकें कीं, जिनमें कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS), कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स (CCPA), कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) और कैबिनेट बैठक शामिल हैं। इन बैठकों में आतंकी हमलों के बाद की रणनीति और पाकिस्तान पर राजनयिक दबाव की योजना पर चर्चा हुई।

सीजफायर उल्लंघन और पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाई

पाकिस्तान की ओर से बारामूला और अन्य इलाकों में सीजफायर का उल्लंघन जारी है। जवाब में भारतीय सेना ने सख्ती से कार्रवाई की है। पाकिस्तान के आक्रामक रवैये को देखते हुए भारत की सुरक्षा नीति को नए सिरे से तैयार करने की आवश्यकता है, जिसके तहत NSAB का यह पुनर्गठन अहम माना जा रहा है।

निष्कर्ष

Alok Joshi Appointed as NSAB Chairman न केवल एक रणनीतिक निर्णय है, बल्कि यह भारत की बदलती सुरक्षा प्राथमिकताओं और क्षेत्रीय चुनौतियों को देखते हुए एक आवश्यक कदम है। नए बोर्ड के गठन से सरकार को विशेषज्ञ सलाह के साथ-साथ एक ठोस और सतत् राष्ट्रीय सुरक्षा नीति तैयार करने में मदद मिलेगी। आने वाले समय में NSAB की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी क्योंकि भारत को आंतरिक और बाहरी दोनों मोर्चों पर मजबूत रणनीति की आवश्यकता है।