BCCL-CISF Joint Operation on Illegal Coal Mining – मधुबन में दो अवैध कोयला मुहानों पर कार्रवाई

मधुबन में दो अवैध कोयला मुहानों पर कार्रवाई

मधुबन में दो अवैध कोयला मुहानों पर कार्रवाई

Illegal Coal Mines Sealed: मधुबन में BCCL और CISF की संयुक्त छापेमारी, स्थानीय लोगों ने जताई सराहना

BCCL-CISF Joint Operation on Illegal Coal Mining – NH-32 के पास दो अवैध कोयला मुहानों को किया गया बंद

BCCL-CISF Joint Operation on Illegal Coal Mining – मधुबन थाना क्षेत्र अंतर्गत NH-32 पर चीटाही धाम मार्ग के समीप स्थित सुरेंद्र मार्केट के पास चल रहे दो अवैध कोयला मुहानों पर सोमवार को BCCL और CISF की संयुक्त टीम ने मधुबन पुलिस की सहायता से बड़ी कार्रवाई की। गुप्त सूचना के आधार पर किए गए इस अभियान में वर्षों से चल रहे कोयले के अवैध उत्खनन पर विराम लगाया गया।

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लंबे समय से सक्रिय था अवैध खनन नेटवर्क

प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन मुहानों से अवैध कोयला उत्खनन का संचालन कुछ स्थानीय धंधेबाज चौहान द्वारा किया जा रहा था। गुप्त सूचना मिलते ही बीसीसीएल प्रबंधन ने CISF और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर मुहानों को सील कर दिया। चर्चा यह भी है कि यह कार्रवाई किसी प्रभावशाली व्यक्ति के इशारे पर की गई, हालांकि इस बारे में अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

बीसीसीएल अधिकारियों ने किया नेतृत्व, कार्रवाई में पुलिस बल भी रहा शामिल

इस संयुक्त अभियान का नेतृत्व बीसीसीएल के परियोजना पदाधिकारी विमल विजय कुमार और अर्जुन सिंह ने किया। उनके साथ CISF के जवान और मधुबन थाना पुलिस के अधिकारी भी बड़ी संख्या में मौजूद थे। पूरे क्षेत्र में कार्रवाई के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

स्थानीय नागरिकों ने की कार्रवाई की सराहना

इस प्रभावी कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों में संतोष का माहौल है। लोगों ने प्रशासनिक दल की सराहना करते हुए कहा कि क्षेत्र में लंबे समय से चल रहे इस अवैध कोयला व्यापार से न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंच रहा था, बल्कि पर्यावरण और सुरक्षा को भी खतरा था। उन्होंने प्रशासन से इस तरह की और सख्त कार्रवाइयों की मांग की है।

निष्कर्ष

मधुबन में BCCL और CISF की संयुक्त कार्रवाई अवैध कोयला कारोबार पर लगाम लगाने की दिशा में एक सशक्त कदम है। यह न सिर्फ कानून के शासन को स्थापित करता है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि अवैध खनन को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।