Chhatabad Problem: परिचय
Chhatabad Problem: धनबाद जिले के कतरास क्षेत्र में स्थित छाताबाद जामा मस्जिद के अराकीन और स्थानीय लोग पिछले काफी समय से मस्जिद के ऊपर से गुजर रहे 11 हजार वोल्ट के हाई टेंशन बिजली तार को हटाने की मांग कर रहे हैं। लोगों को आशंका है कि यह तार कभी भी गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकता है। दुर्भाग्यवश, उनकी चिंता सही साबित हुई, जब 24 फरवरी की दोपहर हाई टेंशन तार टूटकर नीचे गिर गया। गनीमत रही कि उस समय वहां कोई मौजूद नहीं था, अन्यथा जानमाल की हानि से इंकार नहीं किया जा सकता था।

घटना का विवरण और जनता की चिंता
स्थानीय लोगों के मुताबिक, मस्जिद कमेटी लंबे समय से बिजली विभाग से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की गुहार लगा रही है। लेकिन विभाग केवल तार बदलने तक ही सीमित रहा है। सवाल यह उठता है कि क्या सिर्फ तार बदलना ही इस समस्या का स्थायी हल है?

रमजान का महीना नजदीक आ रहा है और ऐसे में नमाजियों की संख्या मस्जिद में बढ़ जाएगी। यह क्षेत्र घनी आबादी वाला है, जहां सड़क के किनारे मकानों की श्रृंखला है। बच्चे अक्सर घरों के बाहर खेलते हैं, महिलाएं घरेलू कार्यों के लिए बाहर निकलती हैं। ऐसे में अगर फिर से कोई हादसा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?

बिजली विभाग का रुख
जब इस बारे में बिजली विभाग के एसडीओ से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनका फोन आउट ऑफ रेंज मिला। इसके बाद विभाग के जेई देवीलाल सोरेन से बात की गई, जिन्होंने जनता की चिंता को पूरी तरह से नकारा नहीं। उन्होंने बताया कि पहले भी इस 11 हजार वोल्ट के हाई टेंशन तार को छाताबाद फुटबॉल ग्राउंड वाले रास्ते से रेलवे पुल के पास ले जाने का प्रयास किया गया था, लेकिन कुछ लोगों के विरोध के कारण काम रोक दिया गया था। अब फिर से इस दिशा में प्रयास किया जाएगा, और जरूरत पड़ने पर प्रशासन की सहायता भी ली जाएगी।
मस्जिद कमेटी की प्रतिक्रिया

मस्जिद कमेटी के सदर मोहम्मद मोनज्जर और अन्य सदस्यों ने हालात का जायजा लिया और गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि मस्जिद की बाउंड्री के किनारे भी कई बिजली के तार गुजर रहे हैं, जो बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। इन तारों को हटाना भी बेहद जरूरी है, ताकि भविष्य में कोई अप्रिय घटना न हो।
निष्कर्ष
छाताबाद जामा मस्जिद के ऊपर से गुजर रहे 11 हजार वोल्ट के हाई टेंशन तार का खतरा लगातार बना हुआ है। प्रशासन को चाहिए कि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाले, ताकि स्थानीय लोग भयमुक्त होकर अपनी जिंदगी जी सकें। रमजान का महीना आने वाला है और ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए जल्द से जल्द उचित कदम उठाना जरूरी है।