Dhanbad News: धनबाद रेलवे स्टेशन पर बाल तस्करी और बाल श्रम का मामला सामने आया
Dhanbad News: धनबाद रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की सक्रियता से बाल तस्करी और बाल श्रम की एक साजिश का पर्दाफाश हुआ है। अलेप्पी एक्सप्रेस (13351) के एसी कोच और प्लेटफॉर्म नंबर 7 से छह नाबालिग बच्चों को बरामद किया गया, जिनमें से चार बच्चों को केरल में मजदूरी के लिए भेजे जाने की योजना बनाई जा रही थी, जबकि दो अन्य बच्चे ट्रेन में यात्रियों से भीख मांगते पाए गए।
आरपीएफ की जांच में बड़ी साजिश का खुलासा
आरपीएफ/क्राइम इंटेलिजेंस ब्रांच धनबाद के प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार राम के नेतृत्व में की गई जांच में पता चला कि गिरफ्तार किए गए दो बाल तस्करों—राधेश्याम सिंह (बक्सर, बिहार) और रामजीत पंडित (देवघर, झारखंड)—ने चार बच्चों के आधार कार्ड में उम्र की फर्जी एंट्री कर उन्हें मजदूरी के लिए केरल की एक फैक्ट्री भेजने की साजिश रची थी। ये चारों बच्चे देवघर जिले के टिकोपहाड़ी गांव के निवासी हैं।
भीख मांगते बच्चे और उनकी दुखभरी कहानी
इसके अलावा, 14 वर्षीय पड्डू कुमार और 6 वर्षीय जामुन को एसी कोच में यात्रियों से भीख मांगते हुए पाया गया। पूछताछ में इन बच्चों ने बताया कि उनकी मां मानसिक रूप से बीमार हैं और उनके पिता नशे की हालत में रहते हैं, जिससे घर में भोजन के लिए भी पैसे नहीं होते। इस कारण उन्हें भीख मांगनी पड़ती है।
कानूनी कार्रवाई और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
आरपीएफ द्वारा पकड़े गए इन छह बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए चाइल्डलाइन को सौंपा गया है। बाल तस्करी, आधार कार्ड फर्जीवाड़ा और बाल श्रम अधिनियम के तहत दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
निष्कर्ष
धनबाद रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की तत्परता ने बाल तस्करी और बाल श्रम की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। यह घटना बच्चों के प्रति समाज की जिम्मेदारी को और भी स्पष्ट करती है कि हमें उनकी सुरक्षा और कल्याण के लिए सतर्क रहना होगा।