कारू यादव: अवैध कोयला कारोबार का मुख्य खिलाड़ी
Dhanbad News: कोयला खनन और उसके अवैध कारोबार ने झारखंड के बाघमारा और आसपास के क्षेत्रों को विवाद और सवालों के घेरे में ला दिया है। हालिया घटनाओं ने कारू यादव को इस अवैध कारोबार के मुख्य चेहरों में से एक के रूप में उजागर किया है। कोयले के विशाल भंडारण, आय से अधिक संपत्ति, और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए यह मामला जनता और प्रशासन दोनों के लिए एक अहम मुद्दा बन गया है।
आशा कोठी में कोयले का भंडारण
धनबाद के मधुबन थाना क्षेत्र के आशा कोठी में चार दिनों से बीसीसीएल प्रबंधन कोयले के भंडारण स्थल से अवैध कोयला उठा रहा है, लेकिन भंडारण खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। यह सवाल उठता है कि लाखों टन कोयले का भंडारण कैसे संभव हुआ और क्या बीसीसीएल और सीआईएसएफ की निगरानी में कोई चूक हुई?
कोयले का रेट बढ़ने का इंतजार?
कारू यादव पर आरोप है कि उसने कोयले का अवैध भंडारण इसलिए किया ताकि बाजार में कीमत बढ़ने पर इसे बेच सके। लेकिन यह सवाल भी उठता है कि जब पुलिस और बीसीसीएल अधिकारी नियमित पेट्रोलिंग करते हैं, तो उन्हें भंडारण स्थल की जानकारी क्यों नहीं मिली?
कारू यादव की संपत्ति और आय की जांच
आय से अधिक संपत्ति का मामला
कारू यादव ने आलीशान मार्केट, बड़ी-बड़ी जमीनें और अन्य संपत्तियां बनाई हैं। यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि इन संपत्तियों के पीछे अवैध कोयला कारोबार का पैसा लगा हो सकता है।
- बिहार के जमुई में भी जमीन खरीदने की खबरें हैं।
- बैंक खातों और अन्य वित्तीय दस्तावेजों की जांच से अवैध गतिविधियों का खुलासा हो सकता है।
अगर आय से अधिक संपत्ति की जांच की जाती है, तो यह अन्य अवैध कारोबारियों के लिए एक कड़ा संदेश होगा।
मधुबन में अवैध कोयले की जब्ती
अवैध कोयला लदा ट्रक जब्त
मधुबन थाना क्षेत्र के नवागढ़ के पास अवैध कोयला लदा एक ट्रक (यूपी 57 टी-9373) को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा। इस मामले में कारू यादव, ट्रक मालिक इश्रवण शर्मा, चालक अनिल तिवारी, प्रकाश यादव, बजरंगी पासवान और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
अवैध उत्खनन में जान का खतरा
उत्खनन के दौरान मजदूर की मौत
मधुबन थाना क्षेत्र के आशा कोठी में अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से सोमलाल गोराई नामक मजदूर की मौत हुई थी। वह पश्चिम बंगाल के जमुरिया का निवासी था। हालांकि, इस घटना की कानूनी पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
जनता की उम्मीद और प्रशासन की जिम्मेदारी
पुलिस की कार्रवाई से बढ़ा भरोसा
यदि इस मामले में पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां प्रभावी कदम उठाती हैं, तो यह जनता का प्रशासन पर विश्वास बढ़ाएगा। अवैध कोयला कारोबार और इससे जुड़े अन्य अपराधों पर कड़ी कार्रवाई अन्य अपराधियों को भी इस तरह के धंधे से दूर रखने में मदद करेगी।
निष्कर्ष
कारू यादव और उसके अवैध कोयला कारोबार ने न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि क्षेत्रीय प्रशासन की निगरानी प्रणाली पर भी प्रश्नचिह्न लगाया है। इस मामले में गहन जांच और सख्त कार्रवाई आवश्यक है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। पुलिस और प्रशासन की सक्रियता से जनता में विश्वास और उम्मीद जगी है।
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