Dhanbad News || सोमवार, 16 दिसंबर को आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में टेक्नोलॉजी इनोवेशन इन एक्सप्लोरेशन एंड माइनिंग फाउंडेशन (टेक्समिन) और डिजिटल रियलिटी समाधानों में अग्रणी हेक्सागन ने मिलकर खनन क्षेत्र में नए युग की शुरुआत की। इस सहयोग का शुभारंभ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) के उद्घाटन से हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन पद्म भूषण डॉ. वी. के. सारस्वत (सदस्य, नीति आयोग), प्रमोद कौशिक (अध्यक्ष, हेक्सागन इंडिया), मनोज शर्मा (निदेशक, विपणन और बिक्री उत्कृष्टता, हेक्सागन इंडिया), प्रो. सुकुमार मिश्रा (निदेशक, आईआईटी (आईएसएम) धनबाद) और टेक्समिन फाउंडेशन के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया।
खनन क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग
हेक्सागन इंडिया के अध्यक्ष प्रमोद कौशिक ने इस अवसर पर कहा, “हम अत्याधुनिक डिजिटल समाधानों के माध्यम से उद्योगों को सशक्त बनाने और नए विचारों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। टेक्समिन और हेक्सागन का यह सहयोग खनन क्षेत्र में एआई, आईओटी और भू-स्थानिक विश्लेषण जैसी तकनीकों को अपनाकर क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। यह साझेदारी भारत को टिकाऊ और तकनीकी-संचालित खनन समाधानों में वैश्विक लीडर के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
खनन 4.0 की नींव
टेक्समिन फाउंडेशन के परियोजना निदेशक प्रो. धीरज कुमार ने कहा, “आज खनन सहित किसी भी उद्योग में बदलाव के लिए एआई, आईओटी और बिग डेटा एनालिटिक्स जैसी तकनीकों को अपनाना अनिवार्य हो गया है। टेक्समिन-हेक्सागन की इस पहल का उद्देश्य खनन 4.0 के युग की नींव रखना है। यदि यह प्रयोग सफल रहा, तो यह दक्षता, सुरक्षा और स्थिरता में अभूतपूर्व सुधार लाने में मील का पत्थर साबित होगा।”
उद्योग और शिक्षा के बीच समन्वय
हेक्सागन इंडिया के विपणन निदेशक मनोज शर्मा ने कहा, “हमारा लक्ष्य खनन उद्योग में नए विचारों को बढ़ावा देना और भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए व्यावसायिक, शैक्षिक और शोध समुदायों को एक साथ लाना है। यह पहल न केवल तकनीकी प्रगति को दर्शाती है, बल्कि पेशेवरों और छात्रों को खनन तकनीक में नए अवसरों का नेतृत्व करने का मंच भी प्रदान करती है।”
टेक्समिन और हेक्सागन: सहयोग के लाभ
इस साझेदारी से हेक्सागन की अत्याधुनिक तकनीकी क्षमताओं और टेक्समिन के खनन क्षेत्र में गहन ज्ञान का समन्वय होगा। एआई, आईओटी, ड्रोन, रोबोटिक्स, और भू-स्थानिक विश्लेषण जैसी तकनीकों का उपयोग करके खनन उद्योग में दक्षता और स्थिरता को बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
हेक्सागन: डिजिटल नवाचार में अग्रणी
हेक्सागन एक वैश्विक संस्था है जो सेंसर, सॉफ्टवेयर और स्वायत्त तकनीकों का उपयोग करके उत्पादकता, गुणवत्ता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए डेटा का उपयोग करती है। इसका उद्देश्य एक टिकाऊ और स्वायत्त भविष्य की दिशा में काम करना है।
टेक्समिन: खनन के लिए नई संभावनाएं
टेक्नोलॉजी इनोवेशन इन एक्सप्लोरेशन एंड माइनिंग फाउंडेशन (टेक्समिन) आईआईटी (आईएसएम) धनबाद द्वारा स्थापित एक सेक्शन-8 कंपनी है, जो एआई, ब्लॉकचेन, ड्रोन और सैटेलाइट इमेजरी जैसी साइबर-भौतिक प्रणालियों का उपयोग करके खनन क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
निष्कर्ष
टेक्समिन और हेक्सागन का यह सहयोग खनन क्षेत्र में तकनीकी क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह न केवल खनन उद्योग को नई तकनीकों से सशक्त बनाएगा, बल्कि भारत को वैश्विक स्तर पर टिकाऊ खनन समाधानों का नेतृत्व करने में भी मदद करेगा।