पोइला बैसाख 2024: बांग्ला नववर्ष पोईला बैसाख पर धनबाद में निकाली गई प्रभात फेरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम का किया गया आयोजन

पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल की पत्नी वीना अग्रवाल बोली मेरा पहला अनुभव जबर्दस्त

धनबाद: प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बंगाली कल्याण समिति द्वारा बांग्ला नववर्ष स्वागत कार्यक्रम पर प्रभात फेरी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बांग्ला साल 1431 का स्वागत करने के लिए वर्ष का पहला दिन यानी पोईला बैसाख में समिति के सदस्य द्वारा एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रभात फेरी का शुभारंभ जेसी मल्लिक रोड से हुई। दुर्गा मंदिर, पार्क मार्केट, हीरापुर कोर्ट क्वार्टर होते हुए हरी मंदिर में प्रभात फेरी का समापन हुआ।

इस प्रभात फेरी को बड़े ही खूबसूरती से बंगला गीत और नृत्य से सजाया गया था। प्रभात फेरी के दौरान प्रत्येक चौराहे पर नित्य विद्यालय के छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए. बंगाली कल्याण समिति के सभी पुरुष और महिला सदस्यों के योगदान से यह अनुष्ठान सफल हुआ। महिलाएं पारंपरिक लाल पार सफेद साड़ी और पुरुष कुर्ता पजामा में दिखे।

समिति के सचिव कंचन दे ने बनाया बताया कि इसमें धनबाद के नृत्य विद्यालय शम्पा मुखर्जी डांस एकेडमी, गुरु सूर नृत्य संगम धनबाद, सास्वती सेन डांस अकैडमी- झरिया, नृत्य मलिका डांस एकेडमी, अराधाना डांस अकैडमी मनाईटांड़, साधना डांस अकैडमी के बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। बांग्ला साल का यह हमारा पहला कार्यक्रम है। इसके बाद समिति सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम करते रहेगी।

समिति के सांस्कृतिक समिति सचिव विकास क्रांति का ने बताया प्रभात फेरी जेसी मलिक रोड से प्रारंभ कर माधव अपार्टमेंट पार्क मार्केट हीरापुर होते हुए हरि मंदिर पहुंचा एवं यहां का सांस्कृतिक अनुष्ठान किया गया। सभी पार्टिसिपेंट्स को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत भी किया गया। अतिथि के रूप में आए मेयर शेखर अग्रवाल की धर्मपत्नी वीना अग्रवाल ने कहा कि इस तरह का बांग्ला नव वर्ष के प्रभात फेरी में शामिल होने का मेरा पहला अनुभव है। मुझे बहुत अच्छा लगा। इसमें सभी बच्चे, महिला, पुरुष एक साथ शामिल होकर नए साल का स्वागत कर रहे हैं। इसमें धनबाद के विशिष्ट संगीत शिल्पी इंद्रजीत चैटर्जी, अरूण बनर्जी, श्याम बनर्जी, कुमकुम बनर्जी शामिल थे। साथ ही रुद्रूदीप चैटर्जी, अनुश्री बनर्जी, अरिजीत बनर्जी, निर्झर बक्शी, कुशन सेनगुप्ता, आवृत्ति डॉ सुजाता चटर्जी ने मनमोहक प्रस्तुति दी।