Giridih Tisri Block Violence: झारखंड के गिरिडीह जिले के तिसरी प्रखंड में धरना स्थल पर बंधक बने CO को छुड़ाने गई पुलिस टीम पर हमला
Giridih Tisri Block Violence: झारखंड के गिरिडीह जिले के तिसरी प्रखंड में सोमवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब किसान जनता पार्टी के धरना स्थल पर बंधक बनाए गए अंचल अधिकारी (CO) को छुड़ाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक टीम पर पथराव हो गया। हालात बेकाबू होते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें कई लोग घायल हो गए। घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
20 दिनों से चल रहा था किसान जनता पार्टी का धरना
तिसरी अंचल कार्यालय के सामने किसान जनता पार्टी द्वारा अनिश्चितकालीन धरना पिछले 20 दिनों से जारी था। आंदोलनकारी आरोप लगा रहे थे कि आवेदन शुल्क जमा करने के बावजूद अंचल अधिकारी रजिस्टर-2 की सत्यापित प्रति देने में टालमटोल कर रहे थे। इस मुद्दे पर झारखंड हाईकोर्ट के आदेश और जिला प्रशासन के निर्देशों के बावजूद मांगें पूरी नहीं होने से आक्रोश चरम पर था।
CO को छुड़ाने पहुंचे अधिकारियों पर पथराव, कई घायल
सोमवार को धरनास्थल पर अचानक किसान जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अंचल अधिकारी को बंधक बना लिया। इसकी सूचना मिलते ही वरीय अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। अधिकारियों द्वारा CO को छुड़ाने की कोशिश के दौरान आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच झड़प शुरू हो गई, जो बाद में उग्र पथराव में बदल गई। इस हिंसा में कई लोग घायल हो गए, वहीं कई सरकारी वाहनों को भी नुकसान पहुंचा। तिसरी अंचल के सीओ की सरकारी गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई।
लाठीचार्ज कर पुलिस ने हालात पर पाया काबू
स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्ज में किसान जनता पार्टी के कई कार्यकर्ता घायल हो गए, जिनमें संगठन के प्रमुख अवधेश सिंह भी शामिल हैं। घटना के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया और प्रखंड परिसर को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया।
किसान जनता पार्टी का प्रशासन पर गंभीर आरोप
किसान जनता पार्टी के भागीरथ राय ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण आंदोलन के बावजूद पुलिस ने बल प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना कर रहे हैं, जिससे किसानों में गहरी नाराजगी है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन और उग्र होगा।
निष्कर्ष
गिरिडीह जिले के तिसरी प्रखंड में CO बंधक प्रकरण और उसके बाद हुई हिंसा ने प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाईकोर्ट के स्पष्ट आदेश के बावजूद जनता को उनके अधिकारों से वंचित रखना और आंदोलनकारियों पर बल प्रयोग करना आने वाले समय में सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और प्रशासन की अगली रणनीति पर सभी की निगाहें टिकी हैं।