Hemant Cabinet: झारखंड में INDIA ब्लॉक ने शानदार जीत के साथ सत्ता में वापसी की है। आगामी 28 नवंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता हेमंत सोरेन चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ 11 मंत्री भी शपथ लेंगे। गठबंधन ने मंत्रिमंडल के गठन के लिए 5:1 का फार्मूला अपनाया है, जिसके अनुसार 5 विधायकों पर 1 मंत्री बनाया जाएगा।
मंत्रिमंडल का समीकरण: JMM-कांग्रेस-राजद का संतुलन
मंत्रिमंडल में JMM से 6, कांग्रेस से 4 और RJD से 1 मंत्री शामिल होंगे। संभावित नामों की सूची में JMM कोटे से रामदास सोरेन, दीपक बिरुआ, मथुरा महतो, हफीजुल हसन, कांग्रेस कोटे से रामेश्वर उरांव, इरफान अंसारी और राजद कोटे से सुरेश पासवान का नाम लगभग तय माना जा रहा है।
महिला और अल्पसंख्यक वर्ग को साधने की कोशिश
हेमंत सोरेन लुईस मरांडी को मंत्रिमंडल में शामिल कर महिला, आदिवासी, क्रिश्चियन और संथाल समुदाय को साधने की कोशिश करेंगे। वहीं, फारवर्ड कोटे से अनंत प्रताप देव का नाम भी चर्चा में है। कांग्रेस अपने कोटे से दीपिका पांडे सिंह या प्रदीप यादव में से किसी एक को मंत्री बना सकती है।
रामेश्वर उरांव का कद बरकरार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर उरांव, जो पहले वित्त मंत्री रह चुके हैं, का दोबारा मंत्री बनना लगभग तय है। उन्होंने राजनीति में आने से पहले पुलिस सर्विस में रहते हुए VRS लिया और 2004 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीतकर केंद्र में मंत्री बने।
जामताड़ा के इरफान अंसारी पर टिकी नजरें
जामताड़ा से चुनाव जीतने वाले कांग्रेस नेता डॉ. इरफान अंसारी अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। अल्पसंख्यक कोटे से उनका दोबारा मंत्री बनना लगभग तय है।
JMM के पुराने चेहरों की वापसी
- रामदास सोरेन: पूर्व कोल्हान टाइगर चंपाई सोरेन की जगह पार्टी का प्रमुख चेहरा बने।
- दीपक बिरुआ: झारखंड आंदोलन से जुड़े रहे, उनकी वापसी तय है।
- हफीजुल हसन: JMM के अल्पसंख्यक चेहरा, जो उपचुनाव के बाद विधायक बने थे।
राजद कोटे से SC मंत्री की एंट्री
राजद को SC कोटे से एक मंत्री पद मिला है। देवघर से विधायक सुरेश पासवान का नाम लगभग तय है। गोड्डा से संजय यादव का नाम पहले आगे था, लेकिन पार्टी ने विवाद से बचने के लिए सुरेश पासवान को प्राथमिकता दी।
लुईस मरांडी की कहानी
भाजपा की नेता रहीं लुईस मरांडी टिकट नहीं मिलने के कारण JMM में शामिल हुईं। हेमंत सोरेन ने उन्हें जामा विधानसभा सीट से टिकट दिया, जहां से उन्होंने जीत दर्ज की। उनका मंत्री बनना पार्टी के लिए एक रणनीतिक कदम है।
हेमंत सोरेन के नेतृत्व पर भरोसा
हेमंत सोरेन ने अपनी रणनीति और गठबंधन के मजबूत तालमेल से सत्ता में वापसी की है। उनका मंत्रिमंडल समाज के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करेगा और विकास की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाएगा। झारखंड में अब सभी की नजरें इस नई सरकार की कार्यशैली और फैसलों पर टिकी हैं।