केसरगढ़ हादसे के बाद घटनास्थल पहुंचे सांसद, ग्रामीणों ने किया विरोध
Illegal Coal Mining Accident: धनबाद जिले के बाघमारा थाना अंतर्गत केसरगढ़-जमुनिया नदी क्षेत्र में अवैध कोयला उत्खनन के दौरान चाल धंसने की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। मंगलवार शाम हुई इस घटना की सूचना मिलते ही गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी घटनास्थल पर पहुंचे। उनके साथ जमशेदपुर पश्चिमी से विधायक सरयू राय भी पहुंचे और अवैध खनन स्थल का निरीक्षण किया। लेकिन निरीक्षण के दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने सांसद का विरोध शुरू कर दिया और जमकर नारेबाजी की।
सांसद ने कोयला माफिया पर साधा निशाना, कहा – विरोध करने वाले अवैध खनन से जुड़े लोग
मौके पर विरोध को लेकर सांसद चौधरी ने दावा किया कि उनके विरोध में खड़े लोग कोयला माफिया से जुड़े हैं, जो अवैध धंधे में संलिप्त हैं। उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने मृतकों के शवों को और मलबे में दबा दिया ताकि हादसे की सच्चाई सामने न आए। सांसद ने आगे कहा कि “जब ऐसे लोग एक सांसद से भिड़ सकते हैं तो आम जनता का क्या होगा?”
प्रशासन पर लीपापोती का आरोप, पांच मजदूरों के नाम किए उजागर
सांसद ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हादसे के बाद भी प्रशासन निष्क्रिय है और लीपापोती में लगा हुआ है। उन्होंने मलबे में दबे मजदूरों के नाम – अब्दुल अज़ीज़, मो. अफज़ल, दिलीप साव (सभी गांडेय निवासी), सलीम अंसारी और जमशेद अंसारी – को सार्वजनिक किया और पुलिस को सौंपा।
थाना में घंटों डटे रहे सांसद, लिखित शिकायत के बाद मिला जांच का आश्वासन
प्रशासन की निष्क्रियता से नाराज़ सांसद चौधरी बाघमारा थाना पहुंचे और समर्थकों के साथ घंटों थाने में डटे रहे। पुलिस द्वारा “कोई शिकायत नहीं मिली” कहकर जांच से इनकार किए जाने पर उन्होंने खुद लिखित शिकायत दी। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच का आश्वासन दिया।
लोगों में नाराजगी, बोले- सांसद ने नहीं किया कोई काम
दूसरी ओर, विरोध कर रहे ग्रामीणों का आरोप था कि उन्होंने चुनाव में सांसद को जिताने के लिए मेहनत की, लेकिन सांसद ने कभी उनकी सुध नहीं ली। लोगों ने कहा कि आज उनके साथ वे लोग हैं जिन्होंने लोकसभा चुनाव में सांसद का वोट काटा था। विरोध कर रहे लोगों ने सांसद पर राजनीति करने और कोयला माफियाओं से मिलीभगत के आरोप भी लगाए।
निष्कर्ष
बाघमारा के केसरगढ़ में अवैध कोयला खनन के कारण हुई दर्दनाक घटना ने राजनीतिक और सामाजिक हालात को तनावपूर्ण बना दिया है। सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने प्रशासन की निष्क्रियता और कोयला माफियाओं की सक्रियता पर सवाल खड़े करते हुए जांच की मांग की है। वहीं, स्थानीय जनता की नाराजगी यह दर्शाती है कि क्षेत्रीय विकास और सुरक्षा के मुद्दे अब गंभीर बहस का विषय बन चुके हैं।
