India-US Bilateral Trade Agreement: India Will Protect Its Interests in Bilateral Trade Talks, Says Piyush Goyal
India-US Bilateral Trade Agreement: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट किया है कि भारत सरकार अमेरिका के साथ प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Agreement – BTA) में देश और जनता के हितों से कोई समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि व्यापार वार्ताएं “भारत पहले” के दृष्टिकोण के साथ ही आगे बढ़ रही हैं और जल्दबाजी में कोई भी कदम उठाना राष्ट्रहित में नहीं होगा।
“बंदूक की नोक पर कोई समझौता नहीं”, पीयूष गोयल का स्पष्ट रुख
भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते को लेकर पूछे गए सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने दोहराया कि सरकार बिना दबाव के और संतुलित तरीके से चर्चा करना चाहती है। उन्होंने कहा, “हमने पहले भी कहा है कि हम बंदूक की नोक पर बातचीत नहीं करते। देश के व्यापक हितों की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता है। समयबद्धता जरूरी है, लेकिन जल्दबाजी नुकसानदेह हो सकती है।”
व्यापार को 500 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य
भारत और अमेरिका ने इस समझौते के पहले चरण को सितंबर-अक्टूबर तक अंतिम रूप देने का लक्ष्य रखा है। इसका उद्देश्य 2030 तक वर्तमान 191 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है। इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य के लिए पारस्परिक समझ और सहयोग पर जोर दिया गया है।
“भारत पहले” दृष्टिकोण से सभी वार्ताएं आगे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी व्यापारिक वार्ताएं “भारत पहले” के दृष्टिकोण के साथ चल रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि यह सोच ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। हर निर्णय में भारत की जनता, उद्योग और आर्थिक हितों को सर्वोपरि रखा गया है।
यूरोपीय संघ के साथ व्यापार वार्ता और गैर-शुल्क बाधाएं
भारत-यूरोपीय संघ (EU) व्यापार समझौते को लेकर मंत्री गोयल ने कहा कि व्यापार तभी फलता-फूलता है जब दोनों पक्ष एक-दूसरे की चिंताओं को समझें और समाधान के लिए तैयार रहें। उन्होंने यह भी बताया कि यूरोपीय संघ में व्यवसायों को गैर-शुल्क बाधाओं की वजह से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिन्हें दूर करना आवश्यक है।
इटली-भारत व्यापार मंच में ठोस भागीदारी की अपील
इटली-भारत व्यापार मंच को संबोधित करते हुए मंत्री गोयल ने भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप गलियारा (IMEC) की संभावनाओं को उजागर किया और कहा कि यह गलियारा भारत और इटली के बीच सहयोग के नए अवसर पैदा करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए नीतिगत समर्थन जरूरी है।
15 अरब डॉलर से आगे बढ़ने की क्षमता
गोयल ने कहा कि भारत और इटली के बीच व्यापार को बाधाओं से मुक्त करने की जरूरत है। उन्होंने उद्योगों को निर्बाध व्यापार के लिए प्रेरित करने की बात करते हुए विश्वास जताया कि द्विपक्षीय व्यापार 15 अरब डॉलर के आंकड़े से कहीं आगे बढ़ सकता है।