Is 2025 a Cursed Year?: विश्व में बार-बार सामने आ रही हैं आपदाएं, युद्ध और प्राकृतिक घटनाएं; क्या 2025 किसी ‘शाप’ से जुड़ा है?
Is 2025 a Cursed Year?: क्या वर्ष 2025 एक शापित वर्ष है? यह सवाल इन दिनों सोशल मीडिया से लेकर ज्योतिषीय मंचों तक पर चर्चा का विषय बना हुआ है। वैश्विक संकटों, युद्ध, प्राकृतिक आपदाओं और नेताओं की रहस्यमयी मौतों के सिलसिले ने आम जनता से लेकर विशेषज्ञों तक को सोचने पर मजबूर कर दिया है। हैरान करने वाली बात यह है कि इन घटनाओं की समानताएं वर्ष 1941 से मिलती हैं, जब द्वितीय विश्व युद्ध चरम पर था।
2025 और 1941 में समानता कैसे?
- 1941 में जापान ने पर्ल हार्बर पर हमला किया, जिससे अमेरिका युद्ध में उतरा
- 2025 में ईरान-इजराइल संघर्ष और परमाणु ठिकानों पर बमबारी ने तीसरे विश्व युद्ध की आशंका बढ़ाई
- 1941 में वैश्विक मंदी और राजनीतिक हत्याएं
- 2025 में आर्थिक अस्थिरता, AI खतरे और अंतरिक्ष घटनाओं की वृद्धि
यह समानताएं मात्र संयोग हैं या किसी गहरे ज्योतिषीय संकेत का हिस्सा?
ज्योतिषीय नजरिए से 2025 की कुंडली
जाने-माने वैदिक ज्योतिषी पं. संजय मिश्रा के अनुसार, शनि, राहु और केतु का विषम गोचर 2025 को “ग्रह युद्ध” के समय में ले आया है। विशेष रूप से मार्च से जुलाई के बीच कई ग्रह वक्री स्थिति में हैं, जो निर्णयहीनता, हिंसा और नेतृत्व संकट को जन्म दे सकते हैं।
मनोवैज्ञानिक और विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
राजनीतिक विश्लेषक डॉ. अनुज द्विवेदी का मानना है कि “जब समाज में लगातार नकारात्मक घटनाएं होती हैं, तो लोग उन्हें किसी अदृश्य शक्ति या शाप से जोड़ने लगते हैं। परंतु, यह अधिकतर घटनाएं राजनीतिक और वैज्ञानिक कारणों से जुड़ी होती हैं।”
क्या सचमुच है शाप?
इतिहासकारों का कहना है कि हर कुछ दशकों में विश्व संकटों से गुजरता है। 1918 की महामारी, 1941 का युद्ध, 2001 का आतंकी हमला और अब 2025 की अस्थिरता — यह चक्र हमें सतर्क और एकजुट रहने की चेतावनी है।