Yemen’s Houthis mull how they can help ally Iran against Israel | US-Houthi Deal at Risk if Iran is Attacked
Yemen Houthis Support to Iran: अमेरिका से हुए समझौते के बावजूद हूती फिर से हमले शुरू कर सकते हैं, पश्चिम एशिया में तनाव की लपटें तेज
Yemen Houthis Support to Iran: पश्चिम एशिया में बढ़ते ईरान-इज़राइल संघर्ष के बीच अब यमन के हूती विद्रोही भी इस समीकरण में शामिल होते दिख रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हूती समूह इस बात पर विचार कर रहा है कि वह अपने सहयोगी ईरान की किस प्रकार से सैन्य मदद कर सकता है। यह कदम क्षेत्रीय समीकरणों को और अधिक जटिल और विस्फोटक बना सकता है।
याद दिला दें कि पिछले महीने हूतियों और अमेरिका के बीच एक संघर्ष विराम समझौता हुआ था, लेकिन अगर अमेरिका ने ईरान पर कोई सैन्य हमला किया तो हूती हमले फिर से शुरू कर सकते हैं। हूती नेताओं ने साफ किया है कि अगर उनके रणनीतिक सहयोगी ईरान पर हमला होता है तो वे खामोश नहीं रहेंगे।
अमेरिकी समझौते पर मंडराने लगे सवाल
हूती मिलिशिया और अमेरिका के बीच जो शांति समझौता हुआ था, उसके तहत हूतियों ने रेड सी और अरब सागर में अमेरिकी वाणिज्यिक जहाजों पर हमले रोकने पर सहमति दी थी। लेकिन अब इस डील पर सस्पेंस गहराता जा रहा है, क्योंकि हूती नेताओं का कहना है कि “ईरान हमारा रणनीतिक साझेदार है और हम उसे अकेला नहीं छोड़ सकते।”
क्षेत्रीय संकट गहराने की आशंका
अगर हूती फिर से सैन्य कार्रवाई में शामिल होते हैं, तो इससे मध्य-पूर्व की सुरक्षा स्थिति और बिगड़ सकती है। रेड सी और बाब-अल-मंदेब जलमार्ग जैसे स्ट्रैटेजिक मरीन रूट्स पर खतरा बढ़ेगा, जिससे वैश्विक व्यापार और तेल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
वैश्विक प्रतिक्रिया
अमेरिका, इज़राइल और संयुक्त राष्ट्र इस स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह टकराव अब धीरे-धीरे एक बहु-पक्षीय युद्ध की ओर बढ़ रहा है, जहां हर पक्ष अपने-अपने गठजोड़ के साथ सामने आ रहा है।