जेल से निकलने बाद हेमंत का हमला | कहा- मेरे खिलाफ रची गई साजिश | बीजेपी बोली-अभी सिर्फ जमानत मिली

रांची: झारखंड में कथित जमीन घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में जेल में बंद झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमानत मिल गई है। वहीं हेमंत सोरेन ने दावा किया कि उन्हें धनशोधन मामले में गलत तरीके से फंसाया गया और उन्हें करीब पांच महीने जेल में बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि वो इस बात से चिंतित हैं कि देश में किस तरह से राजनीतिक नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की आवाज दबाई जा रही है। बिरसा मुंडा जेल से रिहा होने के बाद हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, कि मुझे गलत तरीके से फंसाया गया। मेरे खिलाफ साजिश रची गई और मुझे पांच महीने जेल में बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं हेमंत सोरेन ने आगे कहा, मैं न्यायपालिका का सम्मान करता हूं। न्यायालय ने अपना आदेश सुनाया और मैं जमानत पर बाहर हूं। लेकिन न्यायिक प्रक्रिया लंबी है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को दबाया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा, मैंने जो काम शुरू किया है, जो युद्ध मैंने छेड़ा है, उसे पूरा करूंगा। वहीं झारखंड के मौजूदा मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने इसे सत्य की जीत करार दिया है। मामले में हेमंत सोरेन की जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने 13 जून को फैसला सुरक्षित रख लिया था। सोशल मीडिया X पर मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने लिखा, सत्य परेशान हो सकता हैं, पराजित नहीं। इसके साथ ही चंपई सोरेन ने पूर्व मुख्यमंत्री के साथ एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा सत्यमेव जयते!। वहीं झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा नीत गठबंधन ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री को जमानत देने के हाई कोर्ट के फैसले की जमकर सराहना की है।

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इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि, सिर्फ जमानत मिली है, सभी आरोपों से मुक्त नहीं किया गया। वहीं झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जिस तरह से झारखंड मुक्ति मोर्चा नीत गठबंधन इसे लेकर जश्न मना रहा है, ऐसा लग रहा है जैसे वो सभी आरोपों से बरी हो गए हैं, उन्हें बस जमानत मिली है।