RANCH | सीएम हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री सारथी योजना के तहत बिरसा केंद्र की शुरुआत की। मौके पर उन्होंने पांच सेंटर में प्रशिक्षण ले रहे युवाओं से बातचीत की। इस योजना के तहत विभिन्न सेंटर्स में प्रशिक्षण ले रहे ट्रेनर्स को रोजगार प्रोत्साहन और परिवहन भत्ता दिया गया। सीएम ने ऑनलाइन माध्यम से सभी के खाते में पैसे हस्तांतरित किए। प्रशिक्षणार्थियों को आगे भी डीबीटी के माध्यम से पैसे दिए जाएंगे। आज सीएम हेमंत सोरेन ने 1039 लाभुकों के खाते में 13, 03, 500 रुपये बतौर प्रोत्साहन भत्ता भेजे। इनमें 528 छात्राएं और 511 छात्र के खाते में पैसे भेजे गए। वहीं परिवहन भत्ता के रूप में 2178 लाभुकों के खाते में 11, 87, 840 रुपये भेजे। इसमें छात्र की संख्या 273 और छात्राओं की संख्या 1905 है।
कौशल निखार स्वावलंबी बनाना है उद्देश्य
इस योजना की शुरुआत करने के पीछे का मकसद राज्य के प्रतिभाशाली युवाओं को निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ना है। इसके लिए ब्लॉक लेवल इंस्टीट्यूट फोर रूरल स्किल एक्विजिशन सेंटर शुरू किया जा रहा है। प्रथम चरण (2023- 24) में राज्य के 80 प्रखंडों में इसकी शुरुआत की जा रही है। आने वाले दिनों में राज्य के सभी प्रखंडों में बिरसा योजना संचालित किया जाएगा।
स्वावलंबी बनाने के लिए प्रशिक्षण की सुविधा
युवाओं के लिए शुरू हो रहे मुख्यमंत्री सारथी योजना का लाभ सभी वर्ग के युवा निःशुल्क ले सकेंगे। इसके लिए सरकार द्वारा पात्रता तय की गई है। सामान्य श्रेणी के 18-35 वर्ष के युवक/युवतियों एवं आरक्षित श्रेणी (ST/SC/OBC) के 50 वर्ष तक के पुरुष/महिलाओं के लिए प्रखंड स्तर पर कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद सफल युवक/युवतियों को नियोजित भी किया जाएगा।
नौकरी नहीं मिलने पर मिलेगा भत्ता
तीन माह के अंदर नियोजन नहीं होने की स्थिति में रोजगार प्रोत्साहन भत्ता के रूप में युवकों को 1000/- और युवतियों/दिव्यांग/परलैंगिक को प्रतिमाह 1500/- अधिकतम एक वर्ष के लिए डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी। साथ ही, गैरआवासीय प्रशिक्षण के प्रशिक्षणार्थियों को उनके घर से प्रशिक्षण केंद्र तक आने-जाने के लिये प्रतिमाह 1000/- डीबीटी के माध्यम से भेजे जाने का प्रावधान है। अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1800-123-3444 पर निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण हेतु युवा संपर्क कर सकते हैं।