Karnataka News: कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या में पत्नी की गिरफ्तारी
Karnataka News: कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या के मामले में उनकी पत्नी पल्लवी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। हत्या के इस संगीन मामले में पुलिस की जांच लगातार जारी है। पल्लवी ने ही पुलिस को अपने पति की हत्या की सूचना दी थी, जिसके बाद जांच शुरू हुई। इस दौरान, उनकी बेटी को मानसिक स्वास्थ्य मूल्यांकन के लिए निमहंस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हत्या के कारणों पर पुलिस का संदेह
पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश ने कुछ समय पहले ही पुलिस अधिकारियों से अपनी जान को खतरे में होने की बात कही थी। पुलिस को इस हत्या में किसी करीबी के शामिल होने का शक है, और अब मामले की जांच में पुलिस पल्लवी और उनकी बेटी से पूछताछ कर रही है।
ओम प्रकाश की हत्या की विस्तृत जानकारी
पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट स्थित उनके आवास में की गई थी। वह 1981 बैच के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी थे। शुरुआती जांच में पता चला कि ओम प्रकाश को चाकू से गोदकर हत्या की गई थी। उनका शव तीन मंजिला घर के ग्राउंड फ्लोर पर पाया गया, और शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे।
ओम प्रकाश का पुलिस सेवा में योगदान
पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश बिहार के चंपारण जिले के निवासी थे और उन्होंने भूविज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की थी। कर्नाटक होमगार्ड्स और फायर ब्रिगेड के महानिदेशक के रूप में उनके कार्यकाल के साथ-साथ 2015 से 2017 तक कर्नाटक राज्य के पुलिस महानिदेशक के रूप में उनके योगदान को याद किया जाता है। उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिसमें 1993 के भटकल सांप्रदायिक दंगों के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने डीआईजी (प्रशासन), डीआईजी (उत्तरी रेंज), डीआईजी (प्रशिक्षण), एडीजीपी (अपराध और तकनीकी सेवाएं) और एडीजीपी (शिकायत और मानवाधिकार) जैसे वरिष्ठ पदों पर कार्य किया।
ओम प्रकाश ने 28 फरवरी, 2015 को डीजीपी के रूप में पदभार संभाला और 2017 में सेवानिवृत्त हो गए थे। उनका योगदान कर्नाटक पुलिस की कार्यप्रणाली को सुधारने और बेहतर बनाने में अहम था।
इस जघन्य हत्या ने कर्नाटक पुलिस विभाग और समूचे राज्य में सनसनी फैला दी है, और पुलिस इस हत्या के सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है।
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