Katras News | चैती दुर्गा पूजा परंपरा का अनुपम उत्सव बना कतरास का राजबाड़ी कार्यक्रम

Katras News | बाघमारा प्रखंड अंतर्गत कतरास राजबाड़ी में आयोजित चैती दुर्गा पूजा की परंपरा हर वर्ष की तरह इस बार भी धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक उत्साह का प्रतीक बनी रही। महा रामनवमी के उपरांत विजया दशमी के दिन भव्य रूप में Sindoor Khela and Navpatrika Visarjan in Rajbari का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। इस खास अवसर पर महिलाओं और कन्याओं ने पारंपरिक सिंदूर खेला में भाग लेकर मां दुर्गा को विदाई दी।
ढाक की ताल पर पालकी में माता की विदाई, भक्ति में सराबोर रहा वातावरण
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले से आए ढाक कलाकारों की ताल पर नाचते-गाते श्रद्धालु जब राजबाड़ी से पालकी में विराजमान माता को विदा करने निकले, तो हर गली-चौराहा भक्ति रस से सराबोर हो गया। शोभायात्रा राजबाड़ी से शुरू होकर गणेश मंदिर, गांधी चौक होते हुए राजा तालाब पहुंची, जहां नवपत्रिका विसर्जन की रस्म पूरी विधि-विधान के साथ संपन्न की गई।
विधिपूर्वक हुआ विजयदशमी पूजन, मंत्रोच्चार और शांति जल से किया गया वातावरण शुद्ध
विजयदशमी के दिन मुख्य पुजारी द्वारा पूरे धार्मिक अनुष्ठानों के साथ पूजन किया गया। पंडितों ने भक्तों के बीच शांति जल का छिड़काव किया और मंत्रोच्चारण के साथ चारों दिशाओं में पदचिन्ह कर वातावरण को पवित्र किया गया। इसके पश्चात नवपत्रिका को पालकी में विराजमान कर आंखों में आंसुओं के साथ माता को विदाई दी गई।
सेवा और श्रद्धा का संगम बना विसर्जन समारोह
इस पावन अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रास्ते में अभिषेक खंडेलवाल, शुभम जायसवाल, बबलू लहेरी, शंकर जायसवाल, टिंकू खंडेलवाल सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जल वितरण की व्यवस्था की। जगह-जगह पानी की बोतलें बांटी गईं जिससे भक्तों को राहत मिली।
गणमान्य लोगों की उपस्थिति ने बढ़ाया आयोजन का गौरव
इस ऐतिहासिक आयोजन में जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह, डॉ. मधुमाला सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी भव्य बना दिया। वहीं राजबाड़ी चैती दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष बिरेन दां, सचिव समीर चक्रवर्ती, सह सचिव रिंटू बनर्जी, कोषाध्यक्ष गणेश मोदक समेत सभी सदस्यों की सक्रिय भूमिका से आयोजन सफल रहा।