Kedarnath Rainfall Update: केदारनाथ धाम में लगातार बारिश-बर्फबारी, रास्ते बंद, श्रद्धालुओं को रोका गया
Kedarnath Yatra: प्राकृतिक आपदा ने डाला यात्रा पर ब्रेक, श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
Kedarnath Yatra: उत्तराखंड में स्थित पवित्र केदारनाथ धाम इन दिनों भारी बारिश और बर्फबारी की चपेट में है। लगातार दो दिनों से जारी बारिश और ऊपरी इलाकों में बर्फबारी ने गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग को खतरनाक बना दिया है। 19 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन और चट्टानें गिरने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसके कारण प्रशासन ने एहतियातन यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया है।
Gaurikund-Kedarnath Trek Landslide Risk: मार्ग पर चट्टानें गिरने की घटनाएं, SDRF-DDRF की टीमें मुस्तैद
गौरीकुंड से केदारनाथ जाने वाले मार्ग पर कई स्थानों पर पथरीली चट्टानों के खिसकने की खबरें हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डीडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रास्ते को साफ करने में जुटी हुई हैं। श्रद्धालुओं को रास्ते में स्थित अस्थायी शिविरों में रोका गया है। प्रशासन ने शिविरों में अलाव, रुकने की व्यवस्था और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई है ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।
Weather Forecast for Kedarnath: 6 जून तक मौसम विभाग का अलर्ट, तापमान में भारी गिरावट
मौसम विभाग ने आगामी 6 जून तक उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों के लिए बारिश और बर्फबारी का रेड अलर्ट जारी किया है। केदारनाथ घाटी में तापमान तेजी से गिरा है और ठंडक ने फिर से दस्तक दी है। धुंध, कोहरा और ठंडी हवाएं यात्रा को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना रही हैं। बाबा केदार की नगरी इस समय बर्फ की सफेद चादर में लिपटी हुई है, जिससे दृश्य अत्यंत मनोहारी है लेकिन खतरे से भी भरा हुआ।
Char Dham Yatra Advisory: चारधाम यात्रा पर जाने से पहले मौसम अपडेट लेना जरूरी
प्रशासन और उत्तराखंड मौसम विभाग ने सभी यात्रियों से अपील की है कि चारधाम यात्रा पर निकलने से पहले मौसम का ताजा अपडेट जरूर लें। भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में अत्यधिक सतर्कता बरतें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। यात्रा के दौरान किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें और सहयोग बनाए रखें।
Alert Districts in Uttarakhand: 9 जिलों में मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, टिहरी, देहरादून, पौड़ी और अल्मोड़ा जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। इन जिलों में भी यातायात और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
निष्कर्ष
Kedarnath Travel Advisory: प्राकृतिक आपदा के बीच सुरक्षा ही सर्वोपरि
केदारनाथ यात्रा के दौरान आई मौसमीय आपदा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्रकृति के आगे सतर्कता और सुरक्षा बेहद जरूरी है। प्रशासन पूरी तरह राहत और सुरक्षा कार्यों में जुटा है। जैसे ही मौसम साफ होगा, यात्रा दोबारा बहाल कर दी जाएगी। यात्रियों से अपील है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, धैर्य बनाए रखें और सुरक्षित यात्रा को प्राथमिकता दें।