गिरिडीह सांसद और झामुमो नेता समर्थकों के बीच झड़प, पुलिस ने कोयला तस्करी पर कसा शिकंजा

खरखरी जंगल विवाद: मधुबन थाना क्षेत्र के खरखरी जंगल में हिलटॉप कंपनी की चहारदीवारी निर्माण को लेकर गुरुवार को हुई हिंसक झड़प के बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है। इस झड़प में गिरिडीह सांसद सीपी चौधरी और झामुमो नेता कारू यादव के समर्थक आमने-सामने आ गए थे।
रविवार को पुलिस ने आशा कोठी इलाके में कोयले की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। कोयले को ट्रकों में लोड कर मंडियों में खपाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन पुलिस ने समय पर पहुंचकर स्टॉक कोयला जब्त कर लिया। दर्जनों हाईवा कोयला बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) को सुपुर्द किया गया।
पुलिस का अगला कदम: जमीन सर्वेक्षण
पुलिस ने केवल कोयला जब्त करने तक ही खुद को सीमित नहीं रखा। अमीन के जरिए आशा कोठी और आसपास के इलाकों की नाप-जोख कराई गई, ताकि बीसीसीएल की जमीन की पहचान हो सके। यदि जमीन बीसीसीएल की पाई जाती है, तो वहां परियोजना विस्तार की योजना बनाई जाएगी।
कानून व्यवस्था और तस्करी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
खरखरी जंगल विवाद और कोयला तस्करी पर पुलिस की यह कार्रवाई स्पष्ट संदेश देती है कि कानून तोड़ने वालों के लिए कोई रियायत नहीं है। बीसीसीएल की जमीन पर कब्जा रोकने और संसाधनों के अवैध इस्तेमाल को रोकने के लिए पुलिस की यह सक्रियता सराहनीय है।
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