Katras News || श्री श्री दुःख हरण बाबा मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा: 16 जनवरी से भव्य आयोजन शुरू

Katras News

Katras News

अखंड ज्योत के स्वागत और कलश यात्रा से प्रारंभ होगा सप्ताह भर चलने वाला धार्मिक उत्सव

Katras News || 16 जनवरी 2025: श्री श्री दुःख हरण बाबा मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन 16 जनवरी से 22 जनवरी तक किया जाएगा। यह पवित्र आयोजन ग्राम वासियों के सहयोग से 50 वर्ष पुराने मंदिर के पुनर्निर्माण के उपलक्ष्य में हो रहा है।

Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now
WhatsApp Channel Join WhatsApp

कार्यक्रम की शुरुआत 16 जनवरी को कलश यात्रा से होगी, जो बाबा मंदिर प्रांगण से सूर्य मंदिर नदी किनारे तक जाएगी। इस यात्रा में 500 महिलाएं, 251 कलश, आकर्षक झांकियां, और विभिन्न धार्मिक झलकियां शामिल होंगी। झांकी में झांसी की रानी, महाराणा प्रताप, शिव-पार्वती, राम-सीता, हनुमान, कृष्ण-राधा, नारायण-लक्ष्मी, और दुर्गा माता जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक पात्र होंगे।

सबसे खास बात यह है कि श्री राम जन्मभूमि से अखंड ज्योत को अयोध्या से लाया जाएगा। यह ज्योत सोमवार संध्या 3 से 4 बजे के बीच कतरास संकट मोचन मंदिर पहुंचेगी, जहां ग्राम वासियों द्वारा उसका भव्य स्वागत किया जाएगा।

हाइलाइट्स: आयोजन का महत्व

  • 16 जनवरी: कलश यात्रा, बाबा मंदिर प्रांगण से सूर्य मंदिर नदी किनारे तक।
  • साप्ताहिक कार्यक्रम: 16 से 22 जनवरी तक संध्या 4 बजे से भागवत कथा।
  • अखंड ज्योत: श्री राम जन्मभूमि से विशेष रूप से मंगवाई गई।
  • भागीदारी: ग्रामवासियों के सहयोग से भव्य धार्मिक आयोजन।

मंदिर के पुनर्निर्माण का गौरव

कार्यक्रम के प्रमुख आयोजक छोटू पासवान ने बताया कि यह मंदिर हमारे पूर्वजों द्वारा बनाया गया था और 50 वर्षों से भी पुराना है। इसके पुनर्निर्माण में ग्राम वासियों का अभूतपूर्व योगदान रहा है। कार्यक्रम का आयोजन वेद प्रकाश पंडित जी के द्वारा किया जाएगा।

निष्कर्ष: भक्ति और सामुदायिक एकता का प्रतीक

श्री श्री दुःख हरण बाबा मंदिर का यह आयोजन धार्मिक भक्ति और सामुदायिक सहयोग का आदर्श उदाहरण है। यह न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक प्रेरणा बनेगा, बल्कि ग्राम वासियों के बीच भाईचारे और एकता को भी मजबूत करेगा।

“जय श्री राम! जय बाबा दुःख हरण!”

Also Read More

मंगला आरती और सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ: धर्म के प्रति जागरूकता का अनूठा प्रयास

स्वामी विवेकानंद जी के विचार और उनके आदर्श आज के युवाओं को नई दिशा देने में सहायक:राकेश रंजन