🔵 Opposition Targets PM Modi Ahead of Parliament Monsoon Session
🧭 प्रस्तावना
Monsoon Session All-Party Meet से पहले संसद के गलियारों में सियासी पारा चढ़ चुका है। रविवार को हुई इस सर्वदलीय बैठक में जहां केंद्र सरकार ने मानसून सत्र की रणनीति पर चर्चा की, वहीं विपक्ष ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम मुद्दे और लोकतंत्र की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे जवाब मांगा है।
🗣️ कांग्रेस ने उठाए कई बड़े सवाल
बैठक में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने स्पष्ट किया कि पार्टी ट्रंप के दावों और जम्मू-कश्मीर में कथित लोकतंत्र हनन को संसद में प्रमुखता से उठाएगी। उन्होंने कहा कि ट्रंप द्वारा पीएम मोदी से जुड़ा दावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को प्रभावित कर सकता है, लिहाजा पीएम को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।
🏔️ पहलगाम मुद्दे पर गरमाया माहौल
विपक्ष ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में सुरक्षा बलों की कार्रवाई और उसके बाद की स्थिति को लेकर केंद्र सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए। विपक्षी नेताओं का कहना है कि क्षेत्रीय असंतोष को नजरअंदाज करना लोकतंत्र के लिए खतरनाक हो सकता है।
🧩 सरकार ने दी चर्चा की सहमति
सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि सभी मुद्दों पर स्वस्थ चर्चा के लिए सरकार तैयार है। उन्होंने विपक्ष से भी सहयोग की अपील की ताकि सदन सुचारु रूप से चल सके।
⚖️ सत्र में होंगे ये अहम मुद्दे
इस मानसून सत्र में सरकार कई अहम विधेयकों को पेश करने जा रही है। इनमें यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC), डेटा प्रोटेक्शन बिल, और जनसंख्या नियंत्रण से संबंधित प्रस्ताव शामिल हैं। वहीं, विपक्ष बेरोजगारी, महंगाई, किसानों के मुद्दे और हाल की बाहरी सुरक्षा चुनौतियों को लेकर हमलावर रहेगा।
🔚 निष्कर्ष
Monsoon Session All-Party Meet केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि आगामी संसद सत्र की दिशा तय करने वाला संकेत है। एक ओर जहां सरकार अपनी विधायी प्राथमिकताओं के साथ तैयार है, वहीं विपक्ष सरकार को घेरने के लिए मुद्दों की पूरी सूची लेकर आया है। देखना होगा कि संसद में इस बार गरमाया माहौल किसी समाधान की ओर ले जाता है या फिर सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप में ही सत्र बीत जाएगा।
