कतरास : बूंद-बूंद पानी के लिए मोहताज कतरास पर वर्षा रानी इन दिनों मेहरबान है। दो- तीन दिनों के भीतर हुई मूसलाधार बारिश ने कतरास में जैसे बहार ला दिया है। चहुंओर वर्षा के पानी ने अपना घर बना लिया है। वर्षा के पानी ने जैसे नगर निगम की परत दर परत पोल दी है। यह नजारा आज का नहीं है बल्कि कतरास में जलजमाव की समस्या बहुत पुरानी है।यह अलग बात है कि यहां नगर निगम की स्थापना के बाद भी प्रत्येक वर्ष निगम को मुंह चिढ़ाते रहती है। उसके आला अधिकारी सिर्फ टैक्स वसूली कर कहां खर्चा करें की उनकी भी झोली भरने सिर्फ इसी फिराक में रहते हैं। विडम्बना तो इस बात की है निगम में इंजीनियर, सुपरवाइजर, तकनीशियनों की भरमार है परंतु कतरास राजगंज रोड की जल समस्या का आज तक वे ईलाज नहीं कर पाये है। पचगढ़ी बाजार का यह आलम है न कि थोड़ी सी बारिश हुई नहीं की सड़क पानी में पूरी तरह डूब जाता है। अब तो आलम यह है कि कतरास थाना परिसर भी पूरी तरह जल जमाव से भरा पड़ा रहता है। फरियादी पानी में ही गुजरकर अपनी फरियाद सुनाने जाते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा कतरास के हर गली मुहल्लों का है। सबसे बुरी स्थिति रानी बाजार मुहल्ले की है जहां पूरे राजगंज रोड का पानी समा जाता है। रानी बाजार मैदान भी हमेशा झील में तब्दील हो जाता है और बच्चे मस्ती से अठखेलियां करते रहते हैं।
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नरेश दास दिवंगत पूर्व मंत्री ओपी लाल के करीबी माने जाते थे। उन्होंने युवा नेता के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई थी। उस दौर में दिवंगत दास कांग्रेस के बैनर तले कई आंदोलनों के गवाह बने थे। नब्बे के दशक में ही रेलवे द्वारा अतिक्रमण के सवाल पर छाताबाद पांच नंबर डोम बस्ती को तोड़ा जा रहा था। उस समय दिवंगत दास रेलवे के खिलाफ व्यापक आंदोलन चलाया था।