प्रभुपाद स्वामी और गोपालकृष्ण गोस्वामी महाराज को दी गई श्रद्धांजलि
PM Modi News: नवी मुंबई (महाराष्ट्र) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इस्कॉन के श्री श्री राधा मदनमोहनजी मंदिर का उद्घाटन किया। इस खास अवसर पर अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत की आध्यात्मिक विरासत और सेवा भावना को प्रमुखता से रेखांकित किया।
आध्यात्मिकता के महत्व पर जोर
पीएम मोदी ने कहा, “यदि हमें भारत को समझना है, तो पहले आध्यात्म को आत्मसात करना होगा।” उन्होंने इस्कॉन की सेवा भावना की प्रशंसा करते हुए इसे समाज और राष्ट्र के लिए प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि इस्कॉन जिस प्रकार से सेवा भाव से काम कर रहा है, वह सराहनीय है और संतोषजनक है।
इस्कॉन मंदिर के अनोखे प्रोजेक्ट
प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि इस मंदिर में रामायण और महाभारत का म्यूजियम बनाया जा रहा है। साथ ही, वृंदावन के 12 जंगलों का प्रतिरूप भी स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने इसे न केवल आध्यात्मिक अनुभव का केंद्र, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने का प्रयास बताया।
प्रभुपाद स्वामी और गोपालकृष्ण गोस्वामी महाराज का स्मरण
पीएम मोदी ने इस अवसर पर प्रभुपाद स्वामी और गोपालकृष्ण गोस्वामी महाराज को याद करते हुए कहा कि उनके जीवन और भक्ति का आशीर्वाद इस प्रोजेक्ट से जुड़ा हुआ है। उन्होंने भावुक होकर कहा कि गोपालकृष्ण गोस्वामी महाराज भले ही आज सशरीर हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आध्यात्मिक उपस्थिति को यहां महसूस किया जा सकता है।
इस्कॉन अनुयायियों की भक्ति की सराहना
प्रधानमंत्री ने कहा, “विश्वभर में फैले इस्कॉन अनुयायी भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति की डोर से जुड़े हुए हैं।” उन्होंने कहा कि यह मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि एक ऐसा केंद्र है जहां भारत की जीवंत संस्कृति और चेतना के दर्शन होते हैं।
भारत: एक जीवंत भूमि
भारत की परिभाषा पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत केवल भौगोलिक सीमाओं में बंधा भूमि का टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह एक जीवंत संस्कृति का नाम है। उन्होंने कहा, “जब आप इस सांस्कृतिक चेतना को आत्मसात करते हैं, तब आप भारत के विराट स्वरूप का अनुभव करते हैं।”