Prayas India Rainbow 2025: सुर, ताल और भाव की त्रिवेणी ने मोहा मन, ‘प्रयास इंडिया’ के वार्षिक उत्सव की रही शानदार शुरुआत
Prayas India Rainbow 2025: बीआईटी सिंदरी के छात्रों द्वारा संचालित सामाजिक संस्था प्रयास इंडिया ने अपने वार्षिक उत्सव ‘रेनबो 2025’ के तहत आज एक अत्यंत प्रभावशाली गायन प्रतियोगिता ‘सुर संग्राम’ का आयोजन किया। यह आयोजन सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच था जिसने युवाओं को अपनी संगीत प्रतिभा अभिव्यक्त करने का मौका दिया।
विविध शैली की प्रस्तुतियों ने बांधा समां
प्रतियोगिता में संस्थान के विभिन्न विभागों से आए छात्रों ने शास्त्रीय, सूफी, बॉलीवुड और लोकगीतों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सुरों की सटीकता, ताल की लयबद्धता और भाव की गहराई ने समूचे माहौल को संगीतमय बना दिया। हर प्रस्तुति पर तालियों की गूंज और संगीत की मिठास ने इस आयोजन को यादगार बना दिया।
निर्णायक मंडल ने की प्रतिभाओं की प्रशंसा
इस आयोजन में निर्णायक के रूप में शास्त्रीय संगीत के प्रसिद्ध गायक शादाब शमीम विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों का सूक्ष्म मूल्यांकन करते हुए गायन के तकनीकी पक्ष और आत्म-अभिव्यक्ति की कला पर महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए।
प्रतिभा को मंच, आत्मविश्वास को उड़ान
Prayas India Rainbow 2025 Singing Competition का मूल उद्देश्य केवल प्रतियोगिता आयोजित करना नहीं था, बल्कि छात्रों के भीतर छिपी संगीत प्रतिभा को निखारना, उन्हें आत्मविश्वास देना और कला के प्रति भावनात्मक जुड़ाव को बढ़ावा देना भी था। यह आयोजन छात्रों के व्यक्तित्व विकास और रचनात्मक अभिव्यक्ति का उत्कृष्ट उदाहरण बना।
स्वयंसेवकों की मेहनत से साकार हुआ आयोजन
‘सुर संग्राम’ की सफलता में प्रयास इंडिया के समर्पित स्वयंसेवकों की मेहनत और संगठन क्षमता की अहम भूमिका रही। उन्होंने कार्यक्रम की हर बारीकी को बखूबी संभाला और इस संगीतमय शाम को सफल और प्रभावी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
निष्कर्ष
Prayas India Rainbow 2025 Singing Competition न केवल एक सांस्कृतिक आयोजन था, बल्कि यह छात्रों की बहुआयामी प्रतिभा, कला प्रेम और आत्म-अभिव्यक्ति का उत्सव भी बना। सुर संग्राम जैसे आयोजन युवाओं को एक नई दिशा और मंच प्रदान करते हैं, जिससे वे अपनी कला के माध्यम से समाज में सकारात्मक योगदान दे सकें।