‘Simla Agreement is over’: Pak Defence Minister Khawaja Asif says Kashmir will now be handled internationally
Simla Agreement Over: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा – “शिमला समझौता अब समाप्त”, कश्मीर मुद्दा अब वैश्विक मंच पर सुलझेगा
Simla Agreement Over: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर भारत-पाक संबंधों में तनाव बढ़ाने वाला बयान दिया है। हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि “Simla Agreement is over”, यानी “शिमला समझौता अब समाप्त हो चुका है।” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर का मुद्दा अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाया जाएगा, न कि भारत-पाक के द्विपक्षीय बातचीत के दायरे में सुलझाया जाएगा।
क्या है शिमला समझौता?
शिमला समझौता 1972 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के बाद दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों – इंदिरा गांधी और जुल्फिकार अली भुट्टो – के बीच हुआ था। इसका मुख्य उद्देश्य यह था कि भारत और पाकिस्तान अपने सभी विवादों, विशेष रूप से कश्मीर मुद्दे को, शांति और द्विपक्षीय बातचीत के माध्यम से सुलझाएंगे।
ख्वाजा आसिफ के बयान का क्या मतलब?
ख्वाजा आसिफ ने कहा,
“अब पाकिस्तान की नीति स्पष्ट है। हम कश्मीर मुद्दे को केवल भारत के साथ द्विपक्षीय बातचीत में नहीं सुलझाएंगे, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पूरी ताकत से उठाया जाएगा। शिमला समझौता अब अप्रासंगिक हो चुका है।”
इस बयान से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि पाकिस्तान अब कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिशों में और अधिक आक्रामक रुख अपना सकता है।
भारत की प्रतिक्रिया और कूटनीतिक संकेत
भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की जाएगी। ऐसे में ख्वाजा आसिफ का यह बयान दोनों देशों के रिश्तों में और खटास ला सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान पाकिस्तान की घरेलू राजनीति और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की कूटनीतिक बढ़त से उत्पन्न दबाव का नतीजा हो सकता है।