Sindri News: सरस्वती विद्या मंदिर सिंदरी में आयोजित हुआ भव्य शपथ ग्रहण समारोह

Sindri News: सरस्वती विद्या मंदिर, सिंदरी में बाल संसद के नव निर्वाचित पदाधिकारियों का भव्य शपथ ग्रहण समारोह बड़े उत्साह और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। यह आयोजन न केवल बच्चों में लोकतांत्रिक मूल्यों की समझ को बढ़ाने वाला था, बल्कि विद्यालय की अनुशासन और नेतृत्व निर्माण की परंपरा को भी दर्शाता है।
अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति से सजा मंच
समारोह की शोभा बढ़ाने हेतु बतौर मुख्य अतिथि सिंदरी थाना प्रभारी संजय कुमार उपस्थित रहे। उनके साथ मंच पर कोषाध्यक्ष महेंद्र यादव, विद्यालय के प्राचार्य सुनील कुमार पाठक तथा निर्वाचन मंडली के अधिकारीगण – नरेश राय, सुनीता रानी, संध्या मिश्रा और आभा सिंह विशेष रूप से मौजूद थे।
दीप प्रज्वलन और देशभक्ति गीत से हुआ आरंभ
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई। इसके पश्चात विद्यालय की छात्राओं ने सुमधुर समूह गीत “वंदे मातरम, यह तो सारे जहां से है प्यारा…” प्रस्तुत कर माहौल को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया।
बाल संसद चुनाव प्रक्रिया का सारांश
विद्यालय के प्राचार्य सुनील कुमार पाठक ने समारोह में जानकारी दी कि 3 मई को कक्षा तीसरी से बारहवीं तक के छात्रों ने गुप्त मतदान के जरिए बाल संसद के प्रधानमंत्री, मंत्री एवं सेनापति का चयन किया था। 5 मई को विजयी उम्मीदवारों की घोषणा की गई और 9 मई को उनका शपथ ग्रहण संपन्न हुआ।
लोकतांत्रिक जागरूकता की दिशा में प्रभावी पहल
मुख्य अतिथि संजय कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में प्रत्येक नागरिक को संविधान प्रदत्त अधिकारों के साथ कर्तव्यों का भी पालन करना चाहिए। विद्यालय द्वारा बाल संसद का गठन एक सराहनीय पहल है, जिससे बच्चों में शासन प्रणाली, जनप्रतिनिधियों की भूमिका तथा लोकतंत्र की महत्ता की समझ विकसित होगी।
बच्चों में अनुशासन और नेतृत्व के बीज
उन्होंने आगे कहा कि बच्चों को अपने जीवन में अनुशासन का पालन करते हुए जिम्मेदार नागरिक बनने का प्रयास करना चाहिए। बाल संसद जैसी गतिविधियाँ छात्रों में नेतृत्व कौशल, नैतिकता और दायित्वबोध को मजबूती देती हैं।
धन्यवाद और संचालन
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य सुनील कुमार पाठक द्वारा किया गया, जबकि मंच संचालन बहन तनिष्का कुमारी ने कुशलतापूर्वक निभाया।
निष्कर्ष
बाल संसद ने बच्चों को लोकतंत्र की जीवंत झलक दी
सरस्वती विद्या मंदिर, सिंदरी में आयोजित यह शपथ ग्रहण समारोह बच्चों के भीतर लोकतांत्रिक सोच, सामाजिक उत्तरदायित्व और नेतृत्व की भावना को जागृत करने वाली एक प्रेरणादायक पहल रही। यह नन्हे प्रतिनिधियों के माध्यम से भारत के उज्जवल भविष्य की झलक भी प्रस्तुत करता है।