Sindri News: NSS और ACE BIT Sindri ने DAV Tasra में की सराहनीय पहल
Sindri News: धनबाद के बीआईटी सिंदरी द्वारा एक सराहनीय पहल के तहत “बदलाव” नामक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन DAV तसरा विद्यालय में किया गया। यह आयोजन बीआईटी सिंदरी की दो प्रमुख इकाइयों – NSS (राष्ट्रीय सेवा योजना) और ACE (Association of Civil Engineers) – के संयुक्त प्रयास से हुआ। इस कार्यक्रम का फोकस दो बेहद अहम और संवेदनशील मुद्दों – मासिक धर्म स्वच्छता और बाल यौन सुरक्षा – पर खुलकर चर्चा करना था।
Menstrual Hygiene पर सत्र: जानकारी, जागरूकता और सामाजिक बदलाव की दिशा में पहल
लड़कियों को दिए गए स्वच्छता बनाए रखने और सैनेटरी पैड के सही उपयोग के टिप्स
कार्यक्रम की शुरुआत Menstrual Hygiene पर आधारित सत्र से की गई। इस दौरान किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान अपनाई जाने वाली स्वच्छता, सैनेटरी पैड के सही उपयोग और सुरक्षित निपटान के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही, सामाजिक रूढ़ियों को चुनौती देते हुए यह संदेश दिया गया कि मासिक धर्म कोई शर्म की बात नहीं, बल्कि एक सामान्य और प्राकृतिक प्रक्रिया है। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य था लड़कियों को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना।
Child Safety Session: “गुड टच और बैड टच” को समझाने की सरल कोशिश
बच्चों को सिखाया गया – डरें नहीं, बोलें और खुद को सुरक्षित रखें
कार्यक्रम के दूसरे भाग में बाल यौन सुरक्षा पर आधारित सत्र आयोजित हुआ, जिसमें “Good Touch and Bad Touch” की सरल परिभाषा बच्चों को दी गई। बच्चों को यह बताया गया कि कैसे वे असहज स्पर्श को पहचान सकते हैं और ऐसी स्थिति में तुरंत किसी विश्वसनीय व्यक्ति को जानकारी दे सकते हैं। सत्र ने बच्चों को न केवल जागरूक किया, बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी पैदा किया कि वे अपनी सुरक्षा के लिए आवाज उठा सकते हैं।
“बदलाव” बना एक आंदोलन: चुप्पी तोड़ने और हिम्मत दिखाने की शुरुआत
NSS और ACE के सदस्यों ने लिया संकल्प – बदलाव की चिंगारी अब बुझेगी नहीं
“बदलाव” केवल एक दिन का कार्यक्रम नहीं, बल्कि Menstrual Hygiene and Child Safety Awareness से जुड़ी एक निरंतर चलने वाली सामाजिक मुहिम है। कार्यक्रम के समापन पर NSS और ACE के सदस्यों ने बच्चों से संवाद करते हुए यह संकल्प लिया कि अब इन विषयों पर चुप्पी नहीं साधी जाएगी। क्योंकि वास्तविक बदलाव वहीं से शुरू होता है, जहाँ लोग बोलना शुरू करते हैं और एक-दूसरे को समझने लगते हैं।