Ammonia Gas Leak in Sindri | सिंदरी में अमोनिया गैस रिसाव से मचा हड़कंप, हर्ल फैक्ट्री प्रबंधन ने कहा – घबराने की जरूरत नहीं

Ammonia Gas Leak in Sindri

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Ammonia Gas Leak in Sindri | गैस रिसाव से लोगों में दिखी घबराहट, आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायतें

Ammonia Gas Leak in Sindri | धनबाद जिले के सिंदरी इलाके में बुधवार की सुबह एक बार फिर से ‘Ammonia Gas Leak’ की खबर ने लोगों को दहशत में डाल दिया। हर्ल (HURL) फैक्ट्री से गैस रिसाव की आशंका के बाद स्थानीय लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी और बेचैनी जैसे लक्षणों की शिकायत की। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। हालांकि फैक्ट्री प्रबंधन ने लोगों को आश्वस्त किया है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

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स्थानीय लोगों में दिखी घबराहट, बाजार से लौटते वक्त महसूस हुई तकलीफ

व्यापारियों और आम नागरिकों ने बताया आंखों में जलन और घुटन का अहसास

सिंदरी चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य दीपक कुमार दीपू ने बताया कि वे सुबह बाजार से लौट रहे थे, तभी आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ शुरू हो गई। जब उन्होंने अपने अन्य साथियों से संपर्क किया, तो कई लोगों ने इसी प्रकार की परेशानी की बात कही। इसके बाद उन्होंने तुरंत स्थानीय प्रशासन को सूचना दी और हर्ल प्रबंधन से इस बारे में जवाब मांगा।

HURL प्रबंधन का जवाब: मेंटेनेंस के दौरान हुई गैस की हल्की लीकेज

फैक्ट्री दो दिनों से बंद, गैस पाइपलाइन की मरम्मत के दौरान हुआ रिसाव

हर्ल के जीएम मंजी और एचआर प्रमुख विक्रांत कुमार ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि पिछले दो दिनों से फैक्ट्री का उत्पादन पूरी तरह से बंद है। मेंटेनेंस के दौरान पाइप की मरम्मत की जा रही थी, उसी दौरान बची हुई गैस का हल्का रिसाव हुआ है। उन्होंने कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस संबंध में उपायुक्त (DC) को जानकारी दे दी गई है।

स्थानीय संगठनों ने उठाए सवाल: लोगों को पहले से क्यों नहीं दी गई सूचना?

अमोनिया रिसाव जैसे गंभीर विषय पर पारदर्शिता की कमी दुर्भाग्यपूर्ण

दीपक कुमार दीपू और अन्य स्थानीय नागरिकों ने सवाल उठाया कि अगर मेंटेनेंस के दौरान रिसाव की आशंका थी, तो हर्ल प्रबंधन और जिला प्रशासन को पहले से लोगों को सूचित करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अमोनिया जैसी जहरीली गैस सबसे पहले जमीन पर बैठती है और फिर ऊपर की ओर उठती है, जिससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसे में जनता की सुरक्षा के लिए पूरी सतर्कता और पारदर्शिता जरूरी थी।