Waqf Amendment Bill Protest Dhanbad: “वक्फ संपत्तियों की लूट की साजिश नहीं चलेगी” के नारों से गूंजी सड़कें

Waqf Amendment Bill Protest Dhanbad: यह अब एक नया मोड़ ले चुका है। झारखंड के कोयलांचल क्षेत्र धनबाद में शुक्रवार को हजारों लोग वक्फ संशोधन बिल के विरोध में सड़कों पर उतर आए। हाथों में बैनर और नारों के साथ विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों ने वक्फ कानून को धार्मिक अधिकारों पर हमला बताया। प्रदर्शनकारियों के बैनरों पर साफ-साफ लिखा था – “वक्फ संपत्तियों की लूट की साजिश नहीं चलेगी”।
बिल को लेकर गहराता जा रहा जनाक्रोश
वक्फ संशोधन बिल संसद के दोनों सदनों से पारित होने के बाद राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के साथ ही कानून का रूप ले चुका है। हालांकि इसके बाद भी देश के कई हिस्सों में इस कानून के खिलाफ तेज़ विरोध प्रदर्शन देखे जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में यह विरोध हिंसक रूप भी ले चुका है, जहां एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
धनबाद में गया ब्रिज चौक बना विरोध का केंद्र
धनबाद में प्रदर्शनकारियों ने गया बैंक मोड़ ब्रिज और गया पूल के बीच स्थित चौक पर विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन में शामिल समुदाय के लोगों ने शांतिपूर्वक अपनी बात रखते हुए कहा कि वक्फ संपत्तियों पर नए कानून के तहत नियंत्रण और प्रबंधन में बदलाव से उनके धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से कानून पर पुनर्विचार की मांग की।
विरोध में बढ़ती एकता, कई जिलों में संभावित आंदोलन
धनबाद में हुए इस प्रदर्शन के बाद माना जा रहा है कि Waqf Amendment Bill Protest Dhanbad अब झारखंड के अन्य जिलों में भी फैल सकता है। स्थानीय धार्मिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि कानून को वापस नहीं लिया गया या उसमें जरूरी बदलाव नहीं किए गए, तो आने वाले दिनों में राज्यव्यापी आंदोलन हो सकता है।
निष्कर्ष
Waqf Amendment Bill Protest Dhanbad: बढ़ता असंतोष, सरकार से पुनर्विचार की मांग
वक्फ संशोधन कानून को लेकर धनबाद में जिस तरह से जनाक्रोश देखने को मिला, वह यह साबित करता है कि यह मुद्दा अब केवल धार्मिक न होकर सामाजिक और संवैधानिक सवाल बन चुका है। Waqf Amendment Bill Protest Dhanbad की यह शुरुआत यदि सरकार द्वारा गंभीरता से नहीं ली गई, तो यह आंदोलन और तेज़ हो सकता है। प्रदर्शनकारियों की एकमात्र मांग यही है कि उनके धार्मिक अधिकारों और वक्फ संपत्तियों की रक्षा सुनिश्चित की जाए।