झरिया। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े ही धूमधाम से श्री झरिया धनबाद गौशाला बस्ताकोला में दो दिवसीय गोपाष्टमी मेला के शुभ अवसर पर 103 वां वार्षिक अधिवेशन एवं वृहद मेला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 10:00 बजे परम गौ भक्त सांवर प्रसाद मोदी एवं उनके परिवार द्वारा विधिवत पूजा पाठ किया गया। तत्पश्चात 11:00 बजे से विद्वान पंडितो ने मंत्रोच्चारण कर हवन कराया गया। शाम 5:00 बजे सुप्रसिद्ध उद्योगपति एवं परम गौ भगत सांवर प्रसाद मोदी जी को मारवाड़ी विद्यालय के स्काउट पार्टी द्वारा स्वागत किया गया एवं झंडोत्तोलन कर मंचीय कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम में विशेष आकर्षण माखन भोग रहा जो शाम 6:00 बजे शुरू हुआ उसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया
शाम 6:00 से गौशाला अधिवेशन गौशाला अध्यक्ष महेंद्र कुमार अग्रवाल के अध्यक्ष भाषण से शुरुआत की गई। मुख्य रूप से मुख अतिथि सीएमआरआई डायरेक्टर डॉ एके मिश्रा विशिष्ट अतिथि सांसद पशुपतिनाथ सिंह पूर्व महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह निरसा विधायक श्रीमती अर्पणा सेनगुप्ता भाजपा नेत्री श्रीमती रागिनी सिंह उपस्थित थे।
श्री द्वारका प्रसाद गोयनका जी द्वारा वार्षिक प्रतिवेदन पढ़ा गया एवं गौशाला की वार्षिक पुस्तिका का विमोचन किया गया।पुरे
गोशाला को रंग बिरंगे लाइटिंग से सजाया गया गौ भगत सुबह से ही गौ पूजन कर गौमाता का दर्शन करते रहे कवि सम्मेलन अध्यक्ष प्रसिद्ध व्यावसायी एवं परम गौ भक्त श्री अतुल कुमार दास जी को मंच में आसन ग्रहण किया।तत्पश्चात कवि सम्मेलन रात 9:00 बजे शुरुआत हुआ कवि सम्मेलन देर रात तक चलता रहा काफी संख्या में लोग मौजूद थे। कवियों की कविता में लोग ठहाका लगाते रहे कवि पंडित अशोक नागर द्वारा संचालन किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पंडित अशोक नागर (इंदौर) सुमित ओरछा (झांसी)हिमांशु बवंडर( मुंबई)निशा मनी गौर (कोटा) श्रद्धा सौर्य (नागपुर)राहुल वर्मा (इंदौर) से पहुंचे थे। वहीं मंगलवार को छव नृत्य झूले चलचित्र इत्यादि का कार्यक्रम होगा। मौके पर गौशाला कमेटी अध्यक्ष महेन्द्र कुमार अग्रवाल, सचिव मुरलीधर पोद्दार, द्वारिका प्रसाद गोयंका, कैलाश चौधरी, रामप्रसाद केसरिया, सत्यनारायण भोजगड़िया,अनिल खेमका, शारदानंद सिंह, श्रवण अग्रवाल, निशांत गोयंका, चन्द्र प्रकाश चोखानी झरिया मडवाड़ी सम्मेलन ट्रस्ट के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल व समिती के सदस्यों आदि सेवादार के रूप मे मौजूद थे।